पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/४०

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खिलाफत

जादाका शासन मेदीके मरने पर मुमा पल था। इस पर रूं १९५१MAA कोज लेकर हादीके नामसे खिलाफरके तख्त पर बैठ गये । हुसेन- एशिया-मारनर पहरा लिया और दूसरी कितने मदीमा वसवा खड़ा करके खलीफा बने थे। परन्तु ही जगहें दखल कर हो गयीं। इसी के साथ सेनापति कारसमें मुलेमानने युद्ध करके उन्हें विनाश किया । ७८५ सोमैयदने साइप्रस जाता था। ८.८.९०को फिर लेम. की १४ भितम्बरको हादी मान अपने पाप पधि- समें मुमलमान और यूनानी के दो छोड़े गये। दूसरे कारप्राप्ति के लिये उन्हें जर दे दिया था। तीन वर्ष वर्ष समरकन्दमें राफीमे बलवा मचा पसोको हराया पौर वह भी मर गयों। पौर उनका खजाना लुटाया था । खलीफाने यह हान् पर मोदका शासन-हाइन बखटके सखत पर खबर पा कि बसवा असोक शुल्म से पा था,रठ. बैठे थे । सम्होंने अपने उस्ताद वफादार पहियाको माको उनकी जगह भेज दिया । ८०८० के मार्च मास अपना बलीर बनाया। यडियाने राज्यको प्रको उति खरासान जाते बीमारी मेहरारूंका ४५ मामकी सममें बौथो । ७८२-८३ ई.को पलो घराने के एक पाद- मृत्यु हुमा। हारुको प्रमलदागेमें पफरीकाके सूबे. मौने खिलाफत पाने का दावा किया। हारने फदसके दार समाहीम इस बात पर पाजाद किये गये कि वह अधीन ५०००० आदमी भेजे थे । फदलने उससे सुलह सामाना खिराज खलीफाको पहुंचाते रहेंगे। हार कर लौ । बगदाद पहुंचने पर उसका अच्छा स्वागत खलीफाके वक्त में ही पहले पहल बगदादमें कागजके पा, परन्तु कुछ महीनों बाद उस पर साजिशका रस- कारखाने खुले थे। बाम लगा और उसे कैदखाने में भूखों मरना पड़ा। मीन का अमलदारी-हारून के मरने पर अमोनको फिर हार पनी के दूसरे वंशधर काजिमको बगदाद खिलाफत मिली थी। पमीनने अपने उत्तराधिकारी पकडनाये, जिसने जगह दिये जाने में अपने प्राण भाई मामूनको खुरासामसे बगदाद बुलाया, परन्तु वर गंडा। हादयका किसा तैयार हो जाने पर खतीफा- इस डरसे न गये कि वहां मार डाले जाते । ८०८.८१० में फराज नामक तुकको सारसमशार फिरसे बनाने ई.कोपमीनने अपने पांच साल लड़के मुसाको का काम सौंपा था। ७८७ में म्होंमे हमला पपना उत्तराधिकारी बना दिया। मामूनने इस पर करके रीमको सुसा करने पर मजबूर किया। फिर बिगड़ खलीफा का नाम खुरासानकं सब कामोसे दो मैनापनिरनि परमेनियासे खबरों को मिकस भगाया अलग किया था। पमीमा ४०००० फौज खुरासान जिम्हों ने १००००० मुससमान पार ईसाई पकड़ उनके खिलाफ रवाना को। ८१.१०के मई महीने लिये थे। गामें दोनों फौजें भिड गयो । किन्तु ममून के सेनापति दुमरे वर्ष.. पाने सब बरमेसारडी को विनाश ताहिरने एकाएक दुश्मन पर हमला करके उसे भगाया किया; मिफ' पाया के भाई मुहम्मद बचे जा ७८५ ई. था। मामून फिर खलीफा बम बैठे। तक खलीफा दीवान् गई। इसी वर्ष कुस्तुन्त नियामें अपनी कारकी खबर सुन पमीनने २.... पादमी सम्बानी रीनको निकाल निकोफोरस वादगार बने मादान् भेजे थे। ताहिरने उन्हें शिकस्त दे मीदियाकी थे। उन्होंने सरुको कर देने से इनकार किया। सब पोखता जगहें दखल कर सों। दूसरे वर्ष फिर करून' अपनी फौज के साथ एशिया-मारमरमें दाखिल पमोमने नई फौज मैदान में उतारी थी, परन्तु ताहिरने भी मारकाट शुरू की और कितने ही मकानों में भाग उन्हें भी राहोमपान छीन लिया जिससे बगदादका मगा दी । निकोफोरसको डर कर सन्धि करनी पड़ी रास्ता खुला । फिर ताहिरने पहवाज, वासित पौर थी। ८०५९० को पहले पहल लेमसमें मुसलमान कैदी मदाइनको ले राजधानीके पास अपना खोमा जा छूटे। किन्तु खुरासाममें गड़ बड़ देख निकोफोरसने सगाया। चारो पारसे घिरा रहते भी बगदाद मारने फिर सन्धि भाकरके कितने ही लोगों को कैद किया सास तक पप को बड़ी बहादुरीसे बचाया था।