पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/४२

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खिलाफत जहानों पर मासूम लगा दिया। मातासिमने हा कि उसके शिर पर सबके सब दश दश मुके • महीने जोरों से लड़ उनके पात्मसमर्पण करने पर लगाते । ८५.१० को वा मुनों के मारे मर गया। वाध्य बनाया था।८२५९.के जनवरी महीने से मोसवक्किलने करबलाम हुसेनकी सनका मारत बहसोग समजावाको निकाले गये । ८१५०को ही गिरवा दी थी। ८६४१०को सनके एक बंशधर मोतासिमने एक तुकी राजकुमार अफगों को मौदिया- यया जो पकड़ कर कोड़ोंसे पीट गये थे, चपकेसे भगे का सूर्य दार मकरर किया और बाबकसे लड़ने को और कूफा बलवा खड़ा करने पर मारे गये। कहते कर दिया । तीन साल लड़ाई होने के पीछे बाबक कि खलीफा ने अपने एक भांडको प्रलोकी नकल पकड़े गये और समारा पहुंचने पर जमादीने उनके करने का भी हुक्म दिया था। ८४८.८४८ को पल हाथ पांव काट डाले । उनका शिर ख रामाम भेजा धाईसम बलवा किया, किन्तु बोधा नामक तुर्को सेमा- गया। ८३७ ई०को थिपोफिलसमें सरहदी शहर पसिने उसे पकड़ कैद कर लिया जहां उसे मरना जिवतराको मिममार किया था। मोनासिममे बदसा पड़ा।८५१-८५२६०को परमेनिया बसवा फटा था। सेनेकी गरजसे बड़ी फौजके साथ चढ़ाई की और अमो. बोधाने उसे भी दवा दिया। ८५२.८५३ ई० को बैन. रियम नगर दखस करते वक्त खूब सूट उनके हाथ तारन ३०० जहाजों के साथ मिसरमें उत्तर पड़े । फोस- सगो। ८४२६० के जनवरी महीने मोतासिमका मृत्यु तात राजधानी लूटा और जलायो गयो। यूनानी फिर हुपा। टिनिसके पास नाइस नदीके मुहाने की सारी किसे. वातरियाको अमलदारो-मोतामिमी मरमे पर उनके बन्दी तोड के दियों और लटके साथ कोट पड़े । ०५६ बेटे वातपिक खसीका एए । ब भी हमका बड़ा को वह प्रमोद तक पहुंच १०००० कैदी ले गये शौक था। उसको पूरा करमे शिये वातपिकने पपने थे। किन्तु ८५८ को मुसलमानों ने यूनानियोंके बफसरों से रुपया मांगा और उनके इनकार करने पर कितनी पादमी और जानवर पकड़े और उनके रिशवतखोरी के लिये उनको कैदखाने में डाला और जहाजो बड़े ने पनटोसियाको विध्वस्त कर डाला। जर्माना किया। समोफा कुरान को भी खरवाक्य न ८५५१०को सेमसमें वसवा पा, कारण खली. मानते थे। इस पर बगदादमें बलवा होने की खबर फान सारयों और यइदियों पर बहुत सख्ती की संगी। बसवारयों के सरदार पामद पकड़े और और बेचैनी बढ़ी थी। या बसवा बड़ी मुश्किल में दबा समारा भेजे गये, जवातहिकर्म पपर्म हायसे साइयों, और यहदियों के धर्म मन्दिर तोड़े, बहुतसे उनका शिर काट डाला। मदोमाके पासपा परबों ने बडे पादमी कोडीकी मार मार डाले और सबसाई जो मनमा सडा " तकी अफसरों ने उसे निकास वाहर किये गये। ८५१ ई.को वोबा नामको 6. mn :। वाया था, जसो कौमने सोने और पर्व की खानों पर हमला दबा दिया । ८४६१०को वातरिक मर गये। १. मोतवशिल को खिलाफत-वातहिक.मरने पर उनके किया था, जिस को मुखपद पर कौमीने भार जाफर पल मोत वहिन नामसे खिलाफतके दवा दिया। फिर मोतवजिसने २० लाख पपरफी संगा मासिक हुए । पनी'वजीर जय्यासका जिन्होंने सामराके पास एक बठि.यो मामा बनाया था। ८६१ इनकी खिलाफतको मुखालिफत की धौ, पकड़ कर के दिसम्बर मास या मार डाले गये। बेरहमी से मार डाला। इसी बीच मामूद नामक . ११ मोनासिरका शासन-यापके मरते ही मोन्ता सिर. किसी जामसाजने अपने को नयी बतलाता और २७ नेपको खलीफा बतलाया था। या बहुत कमजोर भादमियों को अपना पैरों बनाया था। खसोकाने पोर पहमद पवन खन नामक वजीर और तुर्की मेना. इससे और उसके साथियों को पकड़ मंगाया और पतियों के हाथ की कठपुतली बने हुए थे। कहते हैं, खूब बोडों से पीटा। फिर उस सब साथियों को सका कि महीने पीछे मारके जरिये मोन्तासिर मर गये।