पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/४५

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खिलाफत भागको जीता था । १०३१ ई के नवम्बर महीने कादिर जङ्गीके माथ अपने बापका अनुसरण करना चाहा था । मर गये। यह कुछ आध्यात्मिक ग्रन्थोंक रचयिता थे। परन्तु सुन्नतान ममऊदने उनकी फौजको मार भगाया यायमयी खिलाफत कादिरके मरने पर उनके बेटे और बगदाद दखल करके राशिदको ११२६ ई० में तखतसे -म नामसे खलीफा बने। बगदादकी हालत बिगड़ उतार दिया। राशिद बच कर निकल भगे, परन्त २ वर्ष - जानेमे इन्होंने तुगरलको अपनी मददके लिये बुलाया बाद कत्न्न कर डाले गये। था। उन्होंने बगदाद पहुच वुईदीक खानदानको निकाल ११ मतौका मिलकियत - राशिद पीछे मुम्ताजिरक बाहर किया। परन्तु १०५८ ई०को तुगरलको अदम- लड़के मुमतफीको खिलाफत मिली थी। इन्होंने अमलम मौजूदगीम शौयाओंने बगदाद गजधानी अधिकार करकं बगदाद जिले और इराकमें भी हुकूमत को। ११६० मुमतनमोरको खलीफा बना दिया। तुगरलने जलद ई० मार्च मास इनका मृत्यु हुआ। नीचा देवा खलीफाको अपनी लड़कीकी शादी कर देने १२ मम्मानजद का गज्य मकतफोक मरने पर उनके बेटे पर मजबूर किया था। परन्तु शादी होनसे पहले ही वह मुम्तनजिदको खिलाफत हासिल हुई। इन्होंने हिन्नामें मर गये । १०७५ ई०क अपरल महीन कायमकी भी मजयदियोंका राज्य समाग करके खिलाफतको हद मौत हुई। बढ़ायो। मोमलर्क नुरुद्दीन्की फौजन मिमर जीता, ___२७ मुकतादीको हुकमत-कायमक मरन पर उनक पोत फातिमाका घराना उखड़ा और मलादीनका दबदबा मुकतादीको खिलाफत मिली थी। १०८७ ई०को इन्होंने बढ़ा था । ११७० ई०के दिसम्बर मास यह अपने सेना- मनिक शाहको बेटीसे अपनी शादो को, परन्तु अच्छा पति डोमोकं हाथों मारे गये। बर्ताव न करनकी शिकायत पर उसको पोछ लोटना २३ मुसतोका हुकूमत मुसतनजिदको मौत होने पर पड़ा। मरनसे कुछ ही दिन पहले सुलतानन इन्हें बग- उनके लड़कं और वारिश मुस्तदी खलीफा हुए, परन्तु दादमे निकाल बसराम रहने पर मजबूर किया था। कोई अमली हुकूमत हामिल कर न सक। ११८ ई के १०८४ ई०क फरवरी मास बरकियारोकर्क बगदादमें मार्च माम मुम्तदीकी मौत हुई। फतहयाबीक माथ दाखिल होन पर शायद खलीफा २४ मामिर को सलतमन- मुस्तदीक पीछे उनके बेटे जहर खा कर चल बसे। नासिर खिलाफतके मालिक हुए। ११८७ ई० २ अक्तू- २८ ममत नादौर को मिलकियत-मोकतादीक मरन पर उनके बरको सानादीनने फिर जेरूमलम दखल किया था। न्नड़क मुसतजहीर खलीफा हुए। उस समय इनको नासिर बड़े होमलेमन्द थे । उन्होंन खोजम्तानको अपनी उम्र १६ माल ही थी। ११०४ ई को बरकिया रोकक खिलाफतौ . मिलाया ओर मोदियाकं मालिक भी मरने पर उनके भाई मुहम्मदन १११८ ई. तक सलतनत बन बैठना चाहते थे । परन्तु खिवार्क खारिजमने अब्बा- की। इनक पीछे १० महीने बाद मुसतजहीर भी मर मियोंको निकाल अलोक किसी वंशधरको खलीफा बना गये। बगदादक तख्त पर बैठानकी ठान ली। उधर जङ्गीज। ___२८ सतरमोदका गजत्व ---१११८ ई के अगस्त माम मुश्त- खानने चीनका उत्तर प्रान्त जोता और अपना राज्य रशीद अपने बाप मुमतजहोरको जगह ग्वनीफा हुए। एंन्म-भोकमिनियन मीमा तक बढ़ाया था । मुसलमानी इन्होंन बफायदा खलीफार्क पुनरधिकार प्रतिष्ठाको चेष्टा के इमामन उन्हें एक मंदेशा दिया कि वह जाकर खिवा- की थी। ११३४ ई०के अकतूबर महीने यह अपने महल- क राज पर जिमने उनके दूतीका अपमान किया था, में रहन और कभी खेत न लड़न पर मजबूर किये चढ़ जात । १२२५ ई०को नासिरक मरने पर झगडक गये। फिर थोड़े दिन बाद इनका कत्ल हुआ। झुण्ड वहशी लोगोंने खिलाफतर्क पूर्व भागको कुचन रासका गणव-मोस्तरशीदके मरने पर उनके बेटे डाला, शहरीको जला दिया और लोगीको बरहमीमे रा.पदको खिलाफत मिली। इन्होंने मोमलके राजा मार डाला।