पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/५००

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गरिकवू-गैलोलियो प्रत्यश्या, गिरिभृत, लोहित-मृत्तिका, तथा गिरिज है। रिवारमें जन्म ग्रहण किया था। पिता धनाढ्य न होनसे पीतवर्ण गरिकका पर्याय-सुवर्णगै रिक, सुवर्ण , स्वर्ण- उन्हें चिकित्साशास्त्र और पारिष्टटल-प्रवर्तत दर्शनशास्त्र- गरिक, स्वर्ण धातु, वभ्र धातु और शिलाधातु है। इन का अभ्याम करनका आदेश मिला। परन्तु थोड़े दिन दोप्रकारांके गैरिकका गुण-मधुर,गीत, कषाय, विस्फोट, पढ़नेके बाद दार्शनिक मतोंसे उनका विश्वास हटने अर्श तथा अग्निदाह नाशक, निर्मल ओर स्निग्ध है। २ लगा। मुवा, मोना। ३ एक तरहका वृक्ष । जब उनको उमर १८ वर्षको हुई, तव उन्होंने प्रावि. गरिकंवू ( म० क्लो० ) गरवू न दे । कार करना प्रारम्भ किया। एक दिन गैलीलिअनि पाईमाके गरिकाक्ष ( म• पु० ) गैरिकमिवाक्षि पुष्पमस्य, बहुव्री. धर्म मन्दिरमें एक जलती हुई बत्ती देखी जिमको शिखा समामान्त टच । जलमधुक वृक्ष, जल महुआ। काँप रही थी। उन्होंने देखा कि, नाड़ोकी चालके ममय- गरिकाञ्जन (मलो. ) गीरिक निर्मित अनन, गेरू से शिखाके कॉपनका ममय एकसा मिन्नता है, बम डमी- भिट्टोका बनाहुआ अञ्चन । से उन्होंने समय निरूपणको एक अपूर्व युक्ति निकाल ला; गैरिक्षित (म. पु. ) गिरिति तस्य गोत्रापत्य गिरिक्षित- बादमें ज्योतिर्विद्याके प्रचारके लिए एक घड़ो बनाई और पण । गिरिक्षित वंशोत्पन्न एक अति प्राचीन राजर्षि। उसमें अपना आनुमानिक "लटकन" ( IPendulum ) इनका दूसरा नाम त्रसदस्य रहा। ऋग्वेदमें इनका बनाया । उसख है। (+ ५३ .८) यन्त्र बनानमें और परोक्षानब्ध विज्ञानशास्त्र में उनको गैरी ( देश.) १ खरहो, खेतसे कटे हुए डंठलोका ठेर। नितम्स इच्छा रहने पर भो, एक दिन उनन पिटबन्ध (स. स्त्री.)२ लाङ्गली वृक्ष, विषलांगला । (हि. स्त्री०) अष्टलिगो रिक्सित्रों के साथ वार्तालाप करते करते अङ्ग ३ गत, गट्टा, कूड़ा, करकट, गोबर आदि फेकनेका विद्या मोखन के लिए अनुरोध किया। इस पर अष्टलिगांने गत्त। उन्हें प्रशास्त्रमें प्रवेश करनका मरल उपाय बता दिया, गरेय ( म० क्ली०) गिरो भव'-ठक । शिलाजतु, शिला पुत्रके इस अनुरागको देखकर पिता बहुत खुश हुए उन्होंन जीत। उत्साह दिया । ज्यामितितत्त्वको उन्होंने विशेष खोज को गेल (हि. स्त्री० ) मार्ग, रास्ता, गली कूचा। और कक ही दिनों में पानी में किस चीजका पिक्षिक गैलड़ (हि. पु०) किसी स्त्री के प्रथम स्वामीका पुत्र जिसे वजन ज्यादा है, इम बातका निण य करनेवाले यन्त्र लेकर वह द्वितीय स्वामौके यहाँ जाय । ( llydrostatic balance ) का आविष्कार किया। इस गलन (प्र. स्त्रो०) एक तरहका अङ्गारेजी माप जो तीन यन्त्रसे भारी चीजका आपेक्षिक गुरुत्व ( Specifle gr- 'मेरके बराबर होता है। इससे जन्न, दूध प्रभृति ट्रव्य avity ) महजहीमें अच्छी तरह मालूम हो जाता है । या पदार्थ मापे जाते हैं। १५८८ ई०में इनकी अङ्गशास्त्र में पारिदर्शिताकी बात गैलरी ( ० स्त्रो० ) १ नोचे ऊपर बैठनका सोढीके जैसा टाकानिक ग्रंण्ड डियुककै कानमें पड़ो। उन्होंने उनको स्थान। इस तरहका स्थान थियटरी और व्याख्याना. पाईमाके विश्वविद्यालयमें अध्यापक नियुक्त किया। इस लयों प्रादिमें बनाया जाता है। २ सौदागरोंका सोढो. अवस्थामें भी उन्होंने बहुतसे वैज्ञानिक आविष्कार निकाल नुमा स्थान कर अपनी जान-ज्योतिका विकाश किया था। मौ मैला (हिं पु०) १ गाडीके पहियेकी लोक, पहियेको समयमें वे गतिके नियमके ( Laws of Motion ) लकीर । २ गाडीका मार्ग, गाड़ी जानका चौड़ा रास्ता। अनुधावनमें नियुक्त हुए थे। उन्होंने इस बातका निश्चय गैलीलियो-इटालीवासी प्रमिद्ध विज्ञानविद् पण्डित और कर दिया कि, पाकापसे गिरे हुए छोटे और बड़े पदार्थ क्रियासिद्ध विज्ञानके उनावक। इन्होंने १५६४ ई में दोनों समानतामे नीचे गिरते हैं। इससे उन्होंने तीन फरीवरोको १५ तारीखमें पाईसा नगरमें फ्लोरेण्टाइन् प्रकारके गति नियम' (Three laws of Motion) और