पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष षष्ठ भाग.djvu/६१

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खुलना-खुल्लना ५९ नदियों के किनारको जमीन कुछ ची है। प्रकार के धान होते है। उसके पसाये मटर, पाट, जख, १८८२ ई० को पहिले खुलना स्वतन्त्र जिमा नहीं खजूर भी यथेष्ट होते हैं। सुन्दरवनमें बाहादूरी काठ, था, किन्तु यगोर जिलाका उपविमाग था। तत्पश्चात् जलाने का काठ, मधू, कड़ी (बीम ) इत्यादि पाये २४ परगनासे सातवीरा उपविभाग और यशोरसे वाधेर जाते है। चीनी, गुड़, नील पौर चावलको यहांसे रफ- बाट मामक दूसरा उपविभाग लेकर खुलमाके साथ तनोती है और लोहे को चीज विसायससे पाती है। एकत्र करने पर एक नवीन जिसाको मुष्टि हुई । यशोर सातक्षीरा सर्वापचा पखास्थ्य कर स्थान है। वा पौर और नदीयाके शासनकाय सुविधा करने की के पभिः स्वर यहां बहुत होते है। प्रायसे ऐसी व्यवस्था की गई। यशोरमे दो उपविभाग इस जिलामें हिन्दुपों को पपेक्षा मुसलमानों को खसन्च करके मंदिया जिलाका भार कम करने के लिये संख्या अधिक है। उससे वनगांव उपविभाग लेकर यशोर जिलामें मिसा खुलना शहर अज्ञा. २२४८. और देगा. दिया गया। वस्तुतः वनगाव भौगोलिक अवस्थिति अनु. ८८.१४ पूमें अवस्थित है । यहां होकर ढाका सार योग के मध्य पजानेसे सुविधा प्राप्त हुई। पौर बाखरगंजवे लावल, बोरसे चना, और कममा १८८२ ई०की पहली सूनको यह परिवर्तन या। नौबू, पावना, राजसाही पौर फरिदपुरसे सामी, खुमनाम भी पन्याम्य जिलाकी तरह मुन्सफी, मोली दास कसाई, पावमासे घी और सुन्दरवनसेलकड़ी -सब जज, अज, मजिष्ट्रेट, प्यारण्ट मजिष्ट्रेट, कताकते जाते है। कलेकर, तथा, सिविसमाजेन । खुलवा (हि. पु) द्रवीभूत धातुको सांचे में भरनेवाला। इस जिलाम १३ तेरह थाने, ११ चौकी और एक खुसवाना (हिं. कि०) खोसने का काम दूसरसे कगना, निमक-पासका एक पडा है। इस जिलाका सदर खुमाना। खलना शहर है। भैरव नदी जिम जगह सुन्दरवममें खुला (हि. वि०) १ पवन, जो बंधान। २ पव. प्रवेश करती है ठीक उसी स्थानपर ख सना अवस्थित धरहित, बेरोक। स्मर, जाकिर। है। इसलिये इसको सुन्दरवनको राजधानी वा प्रधान खुलापना (हिं० पु.) मृदङ्ग वा सबला बजानकी एक शहर काले । पहिले यह शहर लवण प्रस्तुत करने- रोति । इसमें दोनों हाथों या केवल वामस्तारा का प्रधान स्थान था। पाजकन्स भी निमक का कारवार तबले पर खुली थाप लगा बजामा पारम्भ करते हैं। यहां यथेष्ट होता है। इसके सिवा सातशोरा, खुलासा (1० पु०) निचोड़, मतलब । कासामोया, कानोगन, देवहाट, चन्दनीया, वाघेरहाट, खुलासा (हिं. वि० ) १ खुना, जो बन्द हो । २ साफ, कपिलमुनि, दौलतपुर, मोरेनगंज प्रभात स्थान ही प्रधान बेगेका ३ स्पष्ट, जाहिर। ४ संक्षिप्त, मुखतसिर । है। सातवीरामें पनेक हिन्दू मन्दिर हैं। वाघेरबाटमें खस ( सं० लो० ) नखी नामक गन्धद्रव्य, नख । साठगुम्बज प्रभृति खाँ जहान पानी का बनाया भग्नाव- खुन क ( स० त्रि०) खुल स्वार्थ कन्। १ स्वल्प, थोड़ा। शेष है । (खाजाम् चालीदेखो। कपिलमुनिमें सागरयात्रिः २ नौच, कमीना । ३ कनिष्ठ, छोटा । ४ दरिद्र, गरीव । यों को भीड होती है । (कबिन्न नि देखो।) ५ मिष्टर, बरकम । । खस, पाजी। खुन्न, सातवीरा और वाघेरहाटमें गवर्नमेण्ट का खुलासात ( स० ए० ) ग्वजः कनिष्ठः सातस्य पितुः, पूर्व दातव्य पोषधालय है। उसके साथ साथ छोटा अस्पतास निवतः। पिताका कनिष्ठ माता, चचा।

भो । मोरेलगंगमें साहव जमीन्दारसे स्थापित किया खुनमा-बचपति वणिक्की कन्या और धनपति वषिक.

पपा दौलतपुरमें महसीनकोषसे स्थापित और माता को पड़ी। यह स्वर्गकी पप्सरा रखमामा रहीं। दुर्गाके - चीराम नकोपूरके जमीन्दारसे सापित औषधालय है। शापसे इन्हें मानवी शेना पड़ा। इनके स्वामी धनपति

रस जिसमें पासस, पामन और बोरो तीन जब गौड़राज्यमें वाणिज्य करने गये थे, सपत्री इन्हें