पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/१९२

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१७८ ... महापख-पदापहावाणी राम, विन्यपन्न, पालिधापन, गनियारों, पिनाक, तुम्यु, ५ योधिसत्वभेद । (लो०) करणारको पर्ती मोर पर सम्हाल, नाटाकर, घरका पत्ता, श्वेत, अपराजिता नामको माता। जयन्ती, भदरक, गोमासाग, महस और पान इन्दै महामत (० ति०) गनिमय मन, मतयाला! .. तोले रसमें पृथम् पृथक रूपसे भावना है। पोछे जय महामत्ता (सो०) महारका पेट । कुछ जल रह जाय, राय उसमें ८ तोला मरिचकाचर्ण महामत्स्य ( म पु ) तिमि प्रभृति वा मामुदिर माल कर पक रत्तोको गोलो बनाये। अनुपान दोर मत्स्य । अवस्थानुसार स्थिर करना होगा। इसके सेयरसे सब महामद (स.पु० ) महान मदो पम्या .१ मत तो प्रकारको प्रहणी, अतोसार गौर सूतिका आदि.रोग अति मस्त हायो । महान् मदः । २ भविभाग शोब दूर होते हैं। | प्रमन्न। (नि.) ३ अतिगय हयुत. मागिर दूसरा तरीका-अपरफ, लोहा, तांगा, राजपट्ट, पारद महामघुफला (सं० स्रो०) पीला १६ . गंधक, सोहागा, मरिच, ययक्षार, हरताल, हरीतकी, महामनस ( स० वि०) महत् प्रशस्त मना पार | मामलको, योद्धा और विप प्रत्येक एक भाग महागप, महामति. उदार मनोयुक्त। पोडे उसे अच्छी तरह चण कर गोमा साग और पानके "न्द्रस्य यो वपणस्प रा मादिरपामा शव । रसफे साथ सात बार भावना दे कर ६ रत्तीको गोली महामना भुवनम्पयानो पोपों पेदाना भासदमा पनाये । इसके सेयनसे सूतिकाज्यर, खांसी और सूजन (गुफ १०१०) यादि खो-रोग बद्रुत जल्द जाते रहते हैं। २ महागालका पुर। (रगन्द्रसार माह मतिफारोगाधिका० ) / मक्षामनस्क (सं० वि०) { उपान्तःकरणयिशिट, महामति महामथ ( स०पु०) महान मसः । महाया मानवोंके (९०)२एक राजाका नाम । ३ शरमजातीय सोयपियर, प्रतिदिन अवश्य कर्तव्य महाया। । रिझोको जातिका पफ जीय! "पष्टिकर्म समारोम सान्यायातिथिसक्रियाः । महामनुष्य (मं० पु०) मायोम कॉप। भूतपित्रमरमसमगुप्याशा महामसाः ॥" महामन्त (स.पु०) १ ममा। २मात्रसम्पति (माश्यलय १।१०२) प्रसिद येदमन्धत महामशूपक ( स० पु०) स्वर्गीय पुष्पमेद । गहामन्तानुसारिणी (मं घो०) दोनों एक सामा महामणि (मपु०)मूल्ययान रत्न। | नाम। महामणिचूप (संपु०) नागभेद । महामन्ती (२०१०) १मधान मगाणादा राजा महामएदल (सं० पु०) राजभेद । प्रधान या सबसे बड़ा मन्त्रा। महामएटलिक (सपु०) नागमेद । महामन्दार (म.पु.) पक्षभेद । महामण्ट्रक (सपु०) महान मएड का । 'पोतमण्दर, महामयूरी (सं० मी. ) सौओंकी एक देयोका माम! सोना पेंग। महामरफन ( स० पु.) १ धंध मरासमति, me महामण्डलेश्वर (सं० पु०) राजाको उपाधिपिशेर। पाना। २ मराज लिमोमित गाउँकार। महामत (म सि०) सम्मानफे योग्य । मामलयपुर--महापसा एक प्राचीग अनस्यात महामति ( स० वि०) महती मतिय स्य। १ मति पदाइको कार कर दी गात गोद मा गरे । - मार । युतिमान, चतुर। "किमउमामिडानानि मानमपि मामते । महामह..) महोरमार, मनाया मर पर नि नपि रा " (महो), महामहापारपा (म.सी.) मनी गासी महापायी (पु.) २ गोन। ३ पदस्पतिपद। ४ यमराजभेद। पेनि। नानका एमाग | गागमा रही