पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/४५८

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पानवतत्व म वातका निद्धारण करे, कि किस तरह मूल ज्ञातिमे : सादय अभिशक्तिको दृढ़ भौत पर एक गानियादको युक्ति विविध जातियों की उत्पत्ति हुई। गत कई गौमे इस। दिखा कर कहते हैं-अत्यन्त प्राचीनकाल में एक शाति यिग्य पर पड़े यह मानयनत्यश पण्डितोंमें चादवियाद दोसे विविध जातियों को उत्पत्ति हुई । जिस युगमें निमो चल रहा है। इन पएिदतोंगे दो सम्प्रदाय है, एक संप्रदाय (नियों ) के पिता तथा ये ताड़ों के पिता दोनों स्वजातिका पक्षपाती मार दूसरा बहुजातिका पक्षपाती। सहोदर थे उस युगमें ये लोग प्राकृतिक शिलरफे गाए है। प्रथम पक्षशा कहना है, फेयल एक मानवदम्पत्तिसे ! संपाम करने में समर्थ नहीं थे। प्राकृतिक अत्याचारले, हो इस मागययंशको उत्पत्ति है। दूसरा पक्ष कहता है, यात्मरक्षा करने की शनि उनमें परिम्फुट नहीं हुई थी। यियिध मानवदम्पचिसे हो इस विशाल मानववंशको! इसीलिये जलवायु और वायुशक्तिका उन पर इतना पुष्टि हुई है। प्रधानघमावलम्यियों में कुछ लोगोंने अधिक प्रभाय था। वर्तमान समयमें मानयने शिक्षा वादिलका भात्रय लिया है। किन्तु प्रत्यक्षवादी और सभ्यताका उत्कर्ष संस्थापन की प्रतिके साथ शामिकोंने धाइविलको ताक पर रस घेशानिकतयोंकी प्रतिद्वन्दितासे जयलाम करना आरम्भ किया है। मा. अयतारणा की है. एय प्रतिको शक्ति मनुष्यों का परिवर्तन करने में उतनी ___ पदले भरिएटल भादि यूरोपीय पण्डितोंको ज्ञाति- कार्यकारिणी नहीं। इसीलिपे गोरे यों तक पेचित यफे सम्माघमें ऐसी धारपा थी, "एकमात्र मानय निनो या यशियो'फे , देशर्म रहने पर भी उनको दम्पसोसे ही इस समो जातियों की सृष्टि हुई है। पफर्फ साजात्यको प्राप्त नहीं कर सके । जिस युग मंगे साथ दूसरेको विपनता हानेका कारण प्रातिका परि- मनुष्य प्राप्मकालफे प्रसार उत्तापमें इधरसे उपर. जगलमे पर्शन है। देशभेदसे और जलवायुफे प्रमायसे या घमा करते थे, या मुसलधाराको पार करते थे, उस पेथिल से दी जातिचिन य हुआ करता है। इथियोपिया। समय 'शीतपथ' मनुष्यजाति पर प्रतिने अपना प्रभुत्य, यासी सममएइलको प्रार-सूर्य किरणों के कारण काले विस्तार किया था। किन्तु जिन मनुष्योंने सम्यताके दो जाते हैं और मेयदेशो गधिवासी शांताधिपप तथा प्रारम्भमें अपनी रक्षा करना सीख लिया, पशुचम मीर सूपकी धौमी किरणों के कारण ध्येत या सादे हो जाते। यहालसे अपने शरीरको ढांक हेना सीपा, पर्णफुटि है। पदों भी इसका प्यतिकम नहीं दिखाई देता। यम- यना फर समाज शलाका सूपपात किया उस समय मान समय सिर जोतिषिय पण्डितको फोयटर से प्रतिका आधिपत्य कम होने लगा। फेजेस (AI. dc. sountretages)ने एक जातियारफे पक्ष गाजकलो ममय निशानभायमे जो सभ्यता बहुमेरा मनुगल युक्तियों का दिग्दर्शन किया है। यास./ गया मानयनातिने चंचला घालाका नाचल्य दूर कर स्थान तथा जलवायुफे प्रमापसे दी जातीय भावका मलयदा ना-सावरियों की तरह पंधा चलान परिवर्तन होता है। यह बात ममी स्योकार करते हैं। नियुनः जि.पा है एवं उसीको मामासे रालय पक्षालो जातियों और समतन्तक्षेत्रको रहनेवाली जातियों- गौर यी पलो भट्टालिकायें प्रकाशित कर रही है. को प्रतिको पप्यालोचना करने पर म विश्यको इन्द्र अध्ययनातकी जिन मनुष्यों के सामने मा. सरयता निसारित होठो है। होगा पता उम सुसभ्य मामय पर गया पति पिस्तु माधुनिक यैहानिकाम बादशातियादफे पास हो। म मा पलायेगी! स गियों में जरा सन्देश पारमुपादनमा भा रहा है। TO संग अभियान-नहीं,rainst उपकी रहस्यमय दुगं पर मनुष्का या साहायरी गतिचित या कारण विगाते हैं। अधिकार होगा। यिये पालय माइपने कहा, रारमिनने पक्ष - शातोप मनुष्यों के साथ अन्य किमिको शो करना था, उसने ही किया। र जाति-मगुरुपों का पदुम पापम्य और परस्र मारी। उसका प्रमुत्य गदी चलेगा। इस समय गनुपरति. पम्न पनि साहर है। पालेस (A.K. Walianc), पं. साप गुर करने में मम । पालेरको गुणित