पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/४६०

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मानवतत्व · चिदिपाई नहीं देता। मामान्यतः यह निर्धारित । अधिशासी मनुष्य इंटका उपयदार फररो थे। दुसा, यि दश हजार वर्ष पहलेका यह गुग। तत्त्वविद परतीका पहना है, कि बहुमतादों में उस युग पर इतिहास अपना प्रमाण नहीं टाल सकता। भूभाग पर फेयल कच निहो जमतो जाती । अतएर मनुमानिक क्षीण प्रभागमे उस अप्रत्यक्ष वियरणका इससे गालूम होता है, कि नोलगदफे सीप भूमि पर ६० निरूपण हुआ। इसके बाद मनुष्योंफे प्रवाहन भूगर्भ फोट महो जानेमे या शताब्दी योत गई। अध्यापक निहित यस्तुका अम्निस्य सूक्ष्मरूपसं निर्णय किया। मलों (Sir. Morlotjने जनेवा मोल निकटको भूमि जा सकता है। इसके बाद प्राचीन शैलयुग (Pilore ग्योद कर परोसा द्वारा स्पष्ट प्रमाणित किया कि.१५०० ointhrc) चिठन परधरफा मात्र भय दिखाई नहीं देता ।। पर्पमें भूमि पर ४ फोटसे ज्यादा मिही नहीं अमना । सिर्फ बाद नये शैलयुगमें (Seolithic) चिन और गणना करनेसे मालूम होता है.शियहुत प्राचीनकालमें विविध कागकार्यसम्पन्न प्रस्तरात्र ( पत्थरका भार) नौलनइके किनारे मनुष्यको प्राथमिक सम्यताका विकास दिमाई दिया है। दुमा था। • उमफे. यादका समय अर्थात् प्राथमिक लोहयुग प्रत्येक देश भूभागों को मोर फर परीक्षा फरमें (Urine Iromine) से यूरोप ऐतिहासिककाल भारंभ उस देशके प्राचीन पिपरणको जान सकते है। कलकते. होता है। मनु. पत्थरका भरत्र जो भूतल में विद्यमान किला मैदान में एक कुंभाग्योदने साय २०० फोट गारों Tomaternatr: युगफे जीयोंमें अनेक म्गन्यायो ! गिटांसे मनुष्य द्वारा पाहत यस्तुसमूह गौर बड़े बड़े गोयको हो प्रस्तरयर टठरी दिखाई देती है। उनमें गनेक मुन्दरी वृक्ष मूरफे साथ मिले थे। इससे स्पष्ट मालूम जाति होगी अन्तर्दित हो गई है। मामथ या यिगाल होता है, कि आज जहां सहन सहन यिनित शोष. कायदा पनीभूत केशविशिष्ट गेंहा एवं मायरलएर मालिनी चित चमत्कारिणो यस्तुभोसे परिपूर्ण यद पेशीय पदक ( Irists cile) और दिपाई नहीं देना। फलफता महानगरी विद्यमान है उमी स्थागफे ३०० फोट ..पम्त देनेयाला हिरन गौर यारहसिये फिसी किसी नीचे पहले फलक की सरायली भूगमें पिपमान है। दूरपती स्थानों में पापे जाने हैं। इससे गनुमान होता है। यंगालके गांगेय डेटा भूतरययिद पंडितोंक लिपे हालका कि उस समय फ्रान्सदेशर्म बहुत कठोर जलवायु था। होने पर भी यह निश्चय है, कि पाहुन सदर यप पहले .परपरका मन धारण करने वाले मनुष्योंसे ऐतिहासिक उसको उत्पत्ति हुई है।

युग प्रारम त जो समय बीत गया है. फ्रान्म इति.

ऐतिहासिक मसाल। हासका दो हमार यर उमकी तुलना अरपन्त मामान्य ! पहले दिन विषयों का वर्णन हुभा यह भूगरूर भग्नांश प्रवीय दोता है। विद्या भयपन करनेस समम गा माता इसयो सिपाय नदियां पूर्ण पात और उपत्यका मनुष्य लिग इतिदाममें गोमा ३००० यम् पूर्वी सम्हसे भौगोलिक संस्थान द्वारा निणीत भा है,कि मलायम पियरण मागित हुमा । मित्रका पिरा. पत्तमान नदीयशसे उस समयका नदीयक्ष दो सौ फीट : मिरपा प्रस्तरस्यूप-संबंधो बियरणसे पके प्रागोग ऊंचा था। सश्योंफो भान सकरी है। ___गयोंकी पनाईटो दिम प्रागोग कालवीय रायपं. प्रतिदार मार रिमन मिररगर ! Mr. llorner) ने नोटनरक तौर | kuwlinsion) माह लिने "प्रा का प्रामीन पसी भनागोको गोदर फोट गहते. मालमेरी पंग मासाप" माग गम मालमता ruaruी उरमों पाया। उममे गनु. . कगारे ३००० वर्ष पद कार भीर निराम्पो माम देता है. नियनका पूर्व बाद मोद महार' मानांए मापनाका विकासमा मास मानविस् मागे प्रोभित निमामोरा मो मग. (srinterstin, रमे गोगारिन में