पिनानारित-पित्र .
frre (मंः वि०) परिमितागायनिट कम . पेन देश में भान है। यहां राजा सोनसिकका HIT
माचारपाना।
था। विगात मिलादो विद्रोही महापता देनफो कारण
मिनासं० पु.) १ परिमिता, प्ररन मर्थ । (वि०) : गरिम-मरकारले उनको सम्पत्ति छीन लो और मदद
परिमितायुन।
गर तालुकदार राजा भागोर हुसेन गाय पाने को।
मिता (पु.) तीन प्रकारफे दूताममे एकमसारफा मिति- यम्यांमदेशके पर भोर पालिका पर
। अलंकारनासमे दोन प्रकारचे दूनोंका उन्ने देखा तादया।
aarti am-
२ उतारकप अन्तर्गत पफ नगर। पा. मा
"निष्टामा मित्राय तथा गगहारमः। २४४४३० या देशा० ६६५५०फे बोल पक्षना
साय प्यासा तोयानामि तपाiteratu"
. है। दम नगर, Rधानीय यिनारमदर. प्रतिष्ठित है।
(हित्यद०३) पानीय पण्यदथ्योंकी भासदनी धीर रपतनी होती है।
मिटाय, मिना और मन्दाहारक ये तीन प्रकार. : इस कारण यह थान यहांका याणिज्यफेन्द्र हो गया है।
मे दूत हैं। इनमें ये शो दून दोनों पक्ष मनोगन भभि मिव (मु०) मिनोति मान करोतीनिमि-पता ( भाग.
माहो मम मयं उसा देना तथा मुथूलताफे लिम दिशगम्यः समः। उगा ४२६२ ) अधया मेपनि .
माश का पलाता है, उसका नाम निर्ण, जो : नितीनि मिनासुम निपातनार गुणामायः, दिनका
गुद्धिमत्तापूर्णक योनी वा काह कर फार्ग मम्मान करना , एकतभारत्येके ( अमरीका भरस ) १ को
मे मिनाक मार गो प्रमुफे कई संशदीको ले जाता ; छोड़ राजा गज्याः परयती राजापे. मिया दुसरा
से मशहारक हुन वही है।
। राजा। मन्धित नरपति राम्यहरणका कार्य
(मादित्यद० ३८६-८८), साय देनेमे यह दोनों परस्पर मित्र है।
मिनाक (मं.पु.) १ मिनासयुक, कम मा । २
"राजा रिति मा एरापाभिनित।
गाफे माघ पोलनेवाला। मतदून।
भूम्यैपान्तरितो राजा ममि मिanian"
मिनागन (सं० सी०) परिमित माहार, गोड़ा भोजन ।
(दरबार)
लि०) २ परिमिन-मोनी, कम मोजन करमेयान्टा। महाभारत में धर्म पर्णित. पहा ना .
मितागिन् ( म०सि० ) परिमिन मोमनमोल, प.म भोजन से मिवोंका उलग है। जैसे--सहायमनमा, मदन ,
करवाया।
और वनायरी। २ गतिविकटता, मीसा (Harian)
मिताहार (सं.) १ परिगिस भोगन, घोडा मोजन।
३ वशु, दोस्त । पर्याव-मा, पुष्टा। पियामी
(लि २ मिनमोमो, कम आघाला।
सागरिक लोगों को मिलता न करना
मिति (सं०० ) मपग इति मा माये गिन्। १ मानना ना तो जो पामें मपंग यार,
परिमारपिसार 1३ मपच्छेद, मीमा । ४ परिवोद लिये सट राहने है मीर मुत्र पर दीपा. मधुरणापपाये
दिमाग।
मन्तुष्ट करना चाहते हैं. ऐसे मिमि मा गलग रहना
मिनी (हिं० रनो) १२लो महीने की तिगि गातारोग। चाहिये। पपोत ग मोगाविषयक
दिन, दिपम३ या तिधिनादेना हो ग बनसोदामन भी माने रामचरितमानसमें
मिसीनि( बी) सत्यपारपा प्रयोग (fro) दिया:-
२ मा या घा, फर बोलया।
Haranो दारी,
मिलती-सोपा प्रदेश को हिदायर्गत एक मगर
दिति ITE भारी।
पर पउना मरिनारसे पर लोग पूर्गम पम्पिा है। TIMR सारीमान,
मग मागे मोर मामलोचे मार मरे।
मि TT THI
पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/६२२
Jump to navigation
Jump to search
यह पृष्ठ शोधित नही है
