पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/६६३

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मिल्टन ५६३ (History of music) में उनके संगीत उधृत हैं। वर्त्त- किन्तु उनकी पत्नी अप पिताके घर आना न चाहती मान अन्धकार अगरेजीमें उनका नाम Afilton लिखते थी इससे उन्होंने सन् १६४४ ई में अपनी पलोके तिर- हैं। किन्तु उनके ईसाई-मत ग्रहणकी फिहरिस्तमें उनका | स्कार-सूचक चार लेख प्रकाशित कराये। इस समय नाम Iyiton लिखा है। उनकी Tractate on Education और Areopagi. मिल्टन पहले केम्ब्रिज नगरके युसूफ कालेजमें और | tica या मुद्रायन्त्रको स्वतन्त्रता सम्बन्धीय वक्तृता धाद सेएटपाल और माइट कालेजमें विद्याध्ययन करनेके | प्रकाशित हुई । लिये गये। यह १६२४ ई०की बात है। बाल्यावस्था। उनका राजनैतिक क्षेत्रमै भिड जानेके समयसे ही उनकी • अडशास्त्र में विशेष भाग्रह न रहने के कारण मालूम होता है, सांसारिक अवस्था असच्छल हो गई थी। इस दारण 'कि उन्होंने फेम्ब्रिज विद्यालयमें वेतको मार खाई थी। उन्होंने ममयसीमा मिल कर भी सीन हो ने लेटिनभाषामें कविता लिख कर साधारणकी श्रद्धा सके। इङ्गलैएडके अधीवर चालसके हत्याकाण्डके वाद आयपंण की थी। उनके वाल्यकालका इस कवित्व-1 उन्होंने इङ्गलैण्डके इतिहास और राज्यको शान्तिविधान प्रेमने भविष्य में उनको उनके सहयोगियों में उच्च ओसन विषयक एक छोटी-सी पुस्तिकाकी रचना की। इसके दिया था। पाद मनी-सभा द्वारा लेटिन सेक्रेटरी नियुक्त हुए । इस ., शिक्षा समाप्त कर वे अपने पिताके पङ्किम शायर- समय उन्होंने राजनैतिक वितएडादादको दूर करने के चाले मकानमें आपे। इसी समय उन्होंने अपने धर्म | लिये Likonoklastes और Defensio Populi Angli- मतका परिवर्तन किया था। यहां पांच वर्ष रह कर can नामक दो ग्रंथ लिखे। उन्होंने लेटिन और यूनानी भाषाके प्रसिद्ध प्रसिद्ध ___ लेटिन सेक्रेटरी पद पर नियुक्त होनेके वाद घे थेष्ट- 'काव्योंको पढ़ा। इसी काव्यामोदमें रह कर उन्होंने मिनिष्टरमें कर रहने लगे। कल्पना प्रसूनसे Comus, L' allcgro. 11 Penseroso ___ अपनी पहली पत्नीके परलोक-गमनके बाद उन्होंने और Lycidas काध्यमालाको गूथा था। दूसरा विवाह कियो, किन्तु उनकी यह पनी भो एक वर्ष सन् १६३७ ई० में अपनी माताफे मरनेके बाद उन्होंने फ्लोरेन्स, रोम, नेपल्स और भिनिसको यात्रा को थी। के भीतर ही सूतिकागारमें मर गई। . इस समय तात्कालिक मुप्रसिद्ध पण्डित प्रोसियस, ___ सन् १६६० ई० में पलिजवेथ मिनसूल नामक एक गेलिलों और रासोफे प्रतिपालक मनसीके साथ उनका रमणोको उन्होंने अपनी तीसरी पत्नो बनाया। सन् परिचय हुआ। इसके बाद उन्होंने सिसली और यनान. १६६५ ईमें पाराडाइज लाट (म्बर्गच्युति) नामक उनके .फा परिभ्रमण किया। किन्तु इङ्गलैण्डका राजनैतिक विख्यात काव्यको रचना समाप्त हुई । सामुएल- . विप्लवं धीरे धीरे बढ़ता देख सन १६३६ ई०में वे स्वदेश | साइमनस् नामके एक पुस्तक प्रकाशकने ५ पाउण्ड 'लौट आपे और राजनीतिक कार्यावलोफा पर्यवेक्षण | अर्थात् ७ रुपये पर उनसे इसका सत्व ( Copy 'करनेमें दत्तचित्त हुए। Right ) खरीदा। १३ सौ पुस्तकोंके विक जानेके याद ___ राजनीतिक कार्यमें लिप्त रह कर राजनीतिक आलो- | उन्होंने लेखकको और भी ५ पाउण्ड देना स्वीकार किया चना करने के बाद उन्होंने मन् १६४१ ई०में On Refor था। उक्त प्रथका सन् १६७० ई०में दूसरा संस्करण १२ mation. Frelatical Episcopecy. The Reason of| सगा में प्रकाशित हुआ। सन् १६७१६०में उनको Para- Church Government urged against Prelacy, Aii | dise Regained और Samson Agonistes नामक FApology for Smeetymntuns और विशप हालके मतके और भी दो पुस्तकों की रचना हुई। इसके बाद उन्होंने खण्डनमें कई प्रन्धोंको रचना को । . अपने अन्तिम जीयन तक कितने हो प्रथों की रचना की . . सन् १५७३ ई०मे उन्होंने पहली वार वियाह किया। [ थी। सन् १६८४ ई०की ८वी,नवम्बरको उनको मृत्यु हुई। rc AII. 149