पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/८२२

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७३४ इसलिये भागकी सहायतासे रास्ता साफ करना पड़ा। डाला। कवालको मृत्युफे बाद उसका सबसे छोग था। इस घटनाको याद कर आज भी मुगल राजे लड़का फुविला सां राज्यका शासक हुआ । इसने तपाये लोहेको पोटने हैं। कोई कोई समझते है, कि अपने भ्रातृहन्तासे बदला लेनेके लिये अपनी सेनाके चे गिनां बिता राज्यमें लोहारका काम करता था। साथ सिताकी ओर चढ़ाई की । युद्धमें शत्र सेनी- इसीलिये उस शुभ दिनका उत्सव मनाया जाता है। को हरा और यहुन धन रत्न लूट कर कुविला अपने इस समय मुगल लोग अनेक शाग्वा, प्रशाखाऑमें घर | राज्यको लौट आया। कुविला सांके मरने पर उसका गये। एक दल दूसरेका आधिपत्य नहीं मानता था। शिकार छोरा भाई पान वहादुर (इसने पूर्व पुरुषोंकी णां के मांस तथा सहज मिलनेवाली मछलियां हो उन | उपाधि छोड़ बहादुर उपाधि धारण की) राजसिंहासन लोगोंका प्रधान साहार थी । पालतू तथा वनैले पशुओंके | पर बैठा। चमड़ेसे अपनी लजा निवारण करने थे। उस समय ___यर्तानके राज्यकालमें फाजुली णांके मरने पर उस. सभ्यताका कुछ भी प्रकाश उन लोगों के बीच नहीं फैला पा येरा इई म मन्त्री हुमा । इई मने चि स्को था। मुगल लोगोंकी इस अवनतिके समय ५७१ ई में उपाधि धारण-फर मुगलको एक नई शाखाकी सृष्टि की। महम्मद अरवदेशमें पैदा हुए। यह शाखा उसीके नाम पर घरलास्फे नामसे प्रसिद्ध ___यालदल पांकी मृत्युके बाद उसका लड़का जुदना हुई। बहादुर उसके स्थान पर वैटश । जुइनाकी लड़की कालान् । वर्तान्के याद उसका लड़का यास्सुक रामा हुआ। फुयान्ने अपने दो नाबालिग लड़कों के प्रतिनिपिस्वरूप इसके कुछ दिन याद इई म चियरलास मर गया और फुछ दिन तक राज्य चलाया। आलान कुवान्के वैधया | उसका लड़का सुघुचि अर्थात् सुघुजिजान मन्त्रिपद पर यस्थामें तीन लड़के हुए। कहा जाता है कि रात में एक नियुक्त हुआ। यह अमीर तैमूरका पांचवा पूर्वपुरुष अपूर्व ज्योति उसके शरीरमें प्रवेश कर सब जगोमें व्याप्त : था। . मन्त्रोको सहायतासे एक बड़ी सेना पढ़ी कर हो गई और उसीसे वह गर्भवती हुई। एक साथ उत्पन्न । राजा यास्सुक चिरशन तातार लोगोंको हरा और हुए तीन लड़कों में सबसे छोटा लड़का धु-जअर गाने उन्हें पूर्णतया विध्वस्त कर अपनी राजधानी दिलुन् मुगलस्थानके एक भागमें अपना राज्य फैलाया। गुलदु लौट भाया। यहां सन् १९६७ ई०के जनघरो. शुजारफे घंशमें कमशः युकाए णां, जुतुमीन, फाइदु णां, के महीने में उल्फनूत् जातिकी उसको प्रधान रानीयों धाय संघय आदिने राज्य किया। · इन लोगोंके पुत्र- एक लड़का हुआ । तातारोंको जीतने के बाद, राजाने पुत्र परिवारसे यु-जरवंशको श्रीवृद्धि और उन्नति हुई। मुख देखा था, अतः विजयकी स्मृतिस्वरूप उस लएकेका घु-जार पांसे नीचे दी पीढ़ीमें तोमनाई णां हुभा। नाम तमुरचि रपणा। आगे चल कर यही लहका चैंगिसके इसके दो त्रियां थी। पहलीसे ७ पुत्र और दूसरोसे नामसे प्रसिद्ध हुआ। . . . . . . याल और काजुली नामके दो यमज उत्पन्न हुए। ५३२ हिज़रीम पिताको मृत्युके याद तमुरचि १३ वर्ष पिताके मरने पर कयाल सोराजपद पर बैठा और काजुली की उम्र में राजसिंहासन पर बैठा । तमुरचिके राजगहो पर णां प्रधान सेनापति और मन्त्री नियुक्त हुआ। बैठने के समय भी मुगलोंमें सभ्यताकी उजम्बल फिरण ' फवाल सां यड़े। प्रताप के साथ शासन कर गया है। प्रवेश न कर सकी थी। उस समय भी मुगल लोग 'उसके समयमें मिन्न भिन्न शाहाके मुगल लोग वन्धुत्य पशुपालक थे। ये लोग हरे हरे मैदान में तम्बू जैसी घरधनमें यंध गये थे। कवाल बांका स्थानीय सिता । झोपड़ी बना रहा करते थे। घोड़े, गौ मार भेटही राज्यके राजा भन्तान् खाक साथ झगड़ा हो गया जिस. इनको प्रधान सम्पत्ति थे। शिकारका ही मांस नका 'से दोनों में शल सा हो गई। प्रतिहिसायश अल्तान- आधार था और ये विना विशेष आवश्यकता पालतू 'ने 'उकीन- पक नामक फयालके युवक पुत्रको मार | जीर्योको नहीं मारते थे। सेतीसे इन्हें अधिक मुहन्यत .