पृष्ठ:हिन्दी विश्वकोष सप्तदश भाग.djvu/९८

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पदम्पद गोरी (घोरी) अधिकार करनेके बाद मुलतान नहरयाना (मन-1 सायु-प्रतिनिधिको पर सम्मान किया। समा हलपारपतन ) पर पढ़ाई करने गये। यहांफ रामा प्रतिनिधि कपनानुमार ये सामोर गये और समाने गुपफ मोमदेयने पहुसंख्यक निगदी तथा यन्यान्य | दालमें कर लिया। जिग्नु अपराहोंने माप . सेनाओशो साथ ले उनका सामना किया। मुसलमान | रोग सदसमें पशीमूग होने को नहीं है, गर मास पाम लोग हार गा कर भागे। जिरी में सुलतानने नष्ट। प्रदेशों को ये दरने भौर यस करने मग मपे। गौरय पुनः पानेको चेष्टा की, पर मामा परी म । सुल्तानफे यापिस माने पर उनम्ने समजाव दूसरे साल मुलतानने पुपोर (पुरणपुर या पेशापर) को सहायतासे पुगः सिपालकोराको पेट जिया। पर अधिकार दिया। इसके दो पर्ष बाद ये लादोर । फिन्तु घरदेय दुर्ग यासियोंकी सहायता. Ame जीतने के लिये अप्रसर हुप। सो समय महम्मदी मालिका अधिकार पदो जमग पाया। इ स सामान्य. गौरय-रयि मस्ताचलगृहायलम्यो यु दो दिन याद राता दया देदान्त दुभा। मालिकने अपने पुत्र मीर एक बहुमूल्य हाथी मेज फर समय उनकी उमर पर अपर पो। पौडेनिस सुलतानका मधीनता स्वीकार कर ली। सम्पत् १२२१ इनफे पुल पिसदेय सिदासग पर। हिजरी ५३४में सुल्तान देयल तथा मासपास सो यर्ष सु-स्तान सिशुगर पार कर पाना । स्थानों को जोत कर यिपुल भनके साथ स्वदेश बिहाव गदोपो किनारे राजकुमार मिरेप की मेर लॉरे। । सुलतान रामपुमारके साथ याम मानीको दिमरी में इन्होंने फिरसे लादोरकी याला कर दो। मोर चाल दिये। इस बार यहां का भरिम राहम जितने देश पहे सयोंको ये लूटते गपे । लौटती | पा। गरसिंह मुमतामसे अपुर. पितमा पाकर पारमें इन्होंने सिपालकोट-दु-संस्कारफा प्रपन्य फर पदेन सौटे। पुतम मालिक बन्दी हो पर गमी राणे गपे। दिशा ५८१में गरजिस्तान, पलपान . सुलतानने फिरमेसो लाहोर प्रदेश पर अधिकार किया, उनको दरया को गई। उसका कारण जम्यु राजाओंके प्रतिदासमें इस प्रकार सबकासन नासिरो (सामयिक इतिद्वारा) या लिया ६:-पिमान १९५८ सादेव पैसिकसिंह- शिउपरोक परगावारदो गुलाम पगरी ग्य सनशा अधिकारी गुमनराजयकालके मध्य सामान्यो सायरहिन्द ( मारिया गंगी fre ५सी ५५५ दिसमें महम्मद गजनोंके घर मालिक करने गपे थेदोनों अनुसार उन. दुर्गा गुरू गनीमतो छोड़ सानोर पले भाये। मासु-राशा-1 को राजधानी । मोफोस गोरोपन से सदा पिप रक्षा करता था, पर मिनहाल में निहिगुलजानने दुर्ग सोग कर गहमरते। मुगमगे मम सम्पूर्ण कर मानिक जिया होगी पदका माया Karanको मरने स्थानमें कर लिया। मनाती) दुर्गको रक्षा बन्नाबानाय १५०० मा निपुरि गोगर जाति मागुतश्पको मा होने पर भी पुरा गरे। गुलाग गयो देन हार मानेको उसास ससुराको अधीनमा मस्पोर कर दी। किसी ममपनि राना fair दुर्ग र परमा! सम्प गुमशान मारवादीन गोरी गानो Srent मा गमों राज्य फैला रहा था। TR सपने अपने रे मा nिो म पोग दिपा पुलाम ri समयको मूल्य मेरफे. साप सुनागर पारा मेसा Admirain Arr frmi रामदेव पाडा ON मस्या उन्हें गुम ___ear M TARA पार गई मोतिया, हिमानोरा गुरमें एersister. दो पागात mm एमागने | HERE to ksat