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दिन पीछे इन्हीं घाटियों की राह से उत्तर से और लोगों के झुण्ड के झुण्ड आये थे। यह लोग मुसलमान थे। मुसलमान सब से पहिले नौ सौ बरस हुए आये थे। इसके पीछे उनका आना बन्द न हुआ और पांच सौ बरस में उन्होंने हिन्दुओं को परास्त कर दिया और देश के बहुत से प्रान्तों पर शासन करने लगे।

७—सब से पीछे जहाजों पर व्यापार करने के लिये लोग यूरोप से आये। वे अपने जहाजों पर माल लाद लाते थे जिसे वे हिन्दुस्तानियों के साथ बेचते थे और यहां से व माल ले जाते थे जो यहां होता है। यह यूरोपवाले पुर्तगाली, डच, फ्ररासीसी और अङ्गरेज़ चार सौ बरस हुए यहां आये थे। यह लोग आपस में लड़ते रहे। अन्त में अङ्गरेजों ने सब को मार भगाया और सारे भरतखण्ड को अपने बस में कर लिया। इस समय अङ्गरेज़ लोग इस देश के हाकिम है और इलैण्ड के बादशाह भारत के सम्राट् हैं।

३—रामकहानी।

१—बहुत दिनों की बात है। कम से कम तीन हजार बरस हुए उत्तर-भारत के हिन्दू अनेक जातियों में बंटे हुए थे और एक एक जाति का एक राजा उसपर राज करता था। इन लोगों के आपस में भी चार बार वर्ण थे।