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            ४४-पलासी की लड़ाई।
       अङ्गरेज़ों का बङ्गाल पर अधिकार पाना ।
१-सर सिवाजुदौला ने सुना कि बहादुर कर्नल क्लाइव

साबित जंग ले बङ्गाल में आकर कलकले को फिर अपने अधिकार में ले लिया तो वह बहुत डरा। अभी उस को गद्दी पर बैठे साल ही भर हुए थे पर उस का शासन ऐसा बुरा था कि उस की प्रजा उससे घबरा गई थी और उस से छुटकारा पाना चाहती थी। कुल उसी के आदमियों ने एक बार यह सलाह की कि इसे गदी से उतार कर दूसरे को बैठा

    मीरजाफर।

दें। इस षड्यन्त्र का मुखिया इसी का सेनानायक मीरजाफर था। उसने भी लिखा कि "तुम मेरी सहायता करो तो मैं सिराजुदौला पर धावा कर दूं।"

२–क्लाइन कलका के उत्तर सेना लेकर बढ़ा। उसके

साथ केवल ११०० अङ्गारेज सिपाही २००० देशी सिपाही और १० तोपें थीं। नवाब के यहाँ ५०००० पैदल १८००० तिलगे और ६०० तो थों। पलासी के स्थान पर १७५७ मैं