पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/२३५

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(२२७) गढ़ के फाटक पर लड़ता मारा गया। बैतून का वह भाग हो हैदरअली के पहले हिन्दू राज्य में था फिर एक राज्य बना दिया गया। चूहा राजा मर चुका था। उसो कुल का एक छोटा लड़का जिस का नाम इTRAT या बन्दी घर से निकाल कर सिंहासन पर बैठाया गया। यह घटना आज से ठीक १०० बरल पहिले की है। अंग्रेजों को भारत का शासनकर्ता बनानेवाला। १.----कुछ कम सिवाय सौ बरस हुए एक बड़ा अंग्रेज़ी लाई जिसका दाम लाई वेलेजली था भारतवर्ष का गवरनर जेनरल होकर आया। अब तक अंग्रेजों के मन में यह समाया ही न था कि अकबर की भाँति सारे भारतवर्ष पर राज करेंगे। अंग्रेजों ने भारत के पषुत से भाग ले लिये पर उन की दशा यह थी कि अपनी इच्छा न रहने पर भी किसी के साथ लड़ना पड़ा और युद्ध समाप्त होने पर कई प्रान्त जीत लिये गये। अंग्रेज़ आप से आप किसी पर चढ़ाई न करते थे। हाँ, कोई उन्हें छेड़ता था तो अपने बचाव के लिये न लड़ते तो क्या करते। ईरुल इशिखया कम्पनी भारत में व्यापार करके रपया कमाना चाहती थी। २.--एक कुल के सारे बच्चे कुलपति अर्थात् अपने माप की आशा मानते हैं और बाप उन से अच्छे काम करता है।