पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/२३९

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नदी बहती है इतन्दा उपजाऊ है कि वह दक्षिण का बाया कहलाता है। यह देश और कारनाशिक जिस पर महापाली शासन करता था और जिस को लाइक ने सन् १७५२ ई. में कारियों से बचाया था अक्षरेली राज में मिला लिये गये क्योंकि उन के राजा मर गये थे और उन की कोई सन्तान न थी। उन के नातेदारों की पेनशने कर दी गई। ११.--इस रीति से सन् १८०० ई० में मद्रास का हाता पूरा हो गया। १७६५ में लार्ड क्लाइच ने इसका आरम्भ किया। १७६२ ई० में लाई कार्नवालिस ने इसे बढ़ाया और १८७० ई० में लार्ड वेलेजली ने इसे पूरा कर दिया। १२...कुछ हो दिन पीछे अवध के नवाब में भी ईस्ट इण्डिया कम्पनी की अधीनता स्वीकार कर ली और ओ अङ्ग्रेजी सेन्ना उस की रक्षा के लिये रखी गई थी उस के खर्च के लिये गड्डर यमुना के बीच का दोआबा अगरेज़ों को दे दिया। यह देश वारेन हेस्टिङ्गम् ने नवाथ के बाप शुजाउद्दौला को पचास लाख रुपया लेकर दिया था। यह अङ्रेजी भारत का पश्चिमोतर देश कहलाया इस की राजधानो इलाहाबाद थी। १३.--- अन्ना शक्तिमान प्रशासकों में महरठे ही बच्चे थे जो अइलेजों के बस में न आये थे और जिन्हों ने ईस्ट इण्डिया कम्पनी की अधीनता स्वीकार न्द्र की थी। पांच महरठे सरदार थे जो शिवाजी के मरने के पीछे थे '; इन के नाम