पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/२५५

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प्रबन्ध नहीं हो सकता था। इस समय करीब ७०००० डाकखाने और लेटर बक्स भारतवर्ष है और करीब १२३ करोड़ चिठियाँ और पारसल साल भर में मेजे जाते हैं। ७---मद्रास से कलकले को डाक के द्वारा बिहीबाने में छो दिन लग जाते हैं। मद्रास से मसलकले को कोई पांच ही मिनट में सन्देशा भेजना चाहे तो सारा भेज सकता है जो बिजली की भाँति दौड़ता है। इस रीति से छोटा सन्देश भेजने में बारह आने लगते हैं। सभी पहले पहले लार्ड डलहौजी के समय में लगा था। इस समय भारतवर्ष में करीब ३६०००० मील में तार फैला हुआ है। १.---रावर्ट लाइन को पलाली की लड़ाई जीते और भारत में अंग्रेजी राज्य स्थापन्न किये पूरे १०० बरस बीत चुके थे। बड़े बड़े अदल बदल हुए और नई नई बातें जारी की गई। यह सब भारत की मलाई के लिये थीं पर भारतवासी इन को अच्छा न समझाते थे। २.---हम लोग इस समय में रहते हैं। रेल और तार को बड़े काम का जानते हैं। रेल तार और न रहे तो हम को बड़ा दुःख होगा। ऐसे ही एक आने के टिकट में चिट्ठी मेजने अच्छे स्कूल अस्पताल और समाचार पत्रों के होने से हम प्रसक्ष हैं। पर पहले भारतवासियों ने इन को सुना तो