पृष्ठ:हिन्दुस्थान के इतिहास की सरल कहानियां.pdf/४३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

8-राजनी का सुबुकगीन । हरिणी और उसके छौने की कहानी। १- अफ़गानिस्तान का सब से पुराना बादशाह जो राजपूतों से लड़ा था सुबुकीन था। जवानी में वह एक छोटे जिले का सरदार था और इतना गरीब था कि उसके पास एक ही घोड़ा था। जिस नगर में वह रहता था उसके आस पास मैदानों में शिकार खेलता फिरता था। २- दिन उसने देखा कि एक हरिणी अपने बच्चे के साथ बेखटके घर रही है। उसने घोड़े को पड़ लगाई और बच्चे को पकड़ कर उसके पांच बांध दिए और अपने आगे काठी पर रख लिया और अपने शहर की और चला। ३-चारी हरिणी उसके पोछे पीछे चलो। हरिणी की आंखों से उसका दुःख प्रकट होता था। सुबुक्काशीन को ध्या आ गई। उसने घोड़ा रोक लिया और बच्चे को घोल कर छोड़ दिया। ४–हरिणी बहुत प्रसन्न हुई और अपने बच्चे के साथ वन को लौट आई। पर लौटते समय जब तक सुबुक्तगीन उसकी आखों की ओट न हुआ उसकी ओर नेह और कृतज्ञता की दूधि से ताकती रही। ५-उसी रात सुबुक्कलीन ने एक सपना देखा। सपने में पैगम्बर साहेब ने उनसे कहा, "अमीर सुबुक्काडीन, इस