पृष्ठ:१८५७ का भारतीय स्वातंत्र्य समर.pdf/१३८

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प्रस्फोट १०४ [द्वितीय खड अंकित कर दिया। स्वधर्म और स्वराज्यके लिए लडे गये १८५७ के युद्धके समी कातिकारियोको शत्रुओं तथा मित्रोने 'पाडे' नाम दिया !* प्रत्येक माता अपने बालकको, गर्वके साथ, इम हुनात्माकी कीर्तिगाथा रसपूर्वक ममझा दे।

  • देखो स. २०.