पृष्ठ:१८५७ का भारतीय स्वातंत्र्य समर.pdf/२६९

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अध्याय ८ वॉ] २२९ [कानपुर और झॉसी ..... ........... .............. लगी। रानीके दत्तकपुत्रके अधिकारको मान्यता न देनेवाली क्रूर नीति के कारण इन गोरोकी हत्या हुई। लगभग ७५ पुरुप, १२ स्त्रियों और २३ बच्चे कातिकारियोने काट डाले और अंग्रेजोके उत्तराधिकारका दावा करनेवाली औरस या दत्तक सतान वहॉ न होनेसे क्रातिकारियोंने अग्रेजोंके झॉसीके राजपर दखल किया और राजकुमार दामोदरकी पालनकर्वी राणी लक्ष्मीबाईके सुपुर्द कर दिया और घोषणा की:'खल्क खुदाका, मुल्क बादशाहका और राज राणी लछ्मीबाई का।" 525AJI PANCE SAN.