कमजोर हो गई है, वेलजियम की सेना नष्टप्राय हो चुकी है। फास की यह किले-बन्दी, जिस पर इतना भारी विश्वास था, नष्ट हो चुकी है। बहुत-सी खानें तथा कारखाने शत्रु के हाथ में पड़ गये हैं।"
इस घटना के बाद ही ब्रिटेन ने आक्रमक युद्ध आरम्भ किया। अब तक वह रक्षात्मक युद्ध करता आ रहा था।
डाउनिङ्ग स्ट्रीट--लन्दन के इस हलक़े में ब्रिटिश प्रधान-मंत्री का निवास-भवन (मकान न० १०) और अर्थ-मत्री का मकान (नं० ११) तथा वैदेशिक-मत्री के भवन है।
डायर--जनरल डायर, जिसने ६ अप्रैल १९१९ को जलीयॉवाला बाग में २०,००० की सार्वजनिक सभा पर अन्धाधुन्द गोलियॉ चलाने की आज्ञा दी थी।
डायरशाहीं--डायर के जैसे अत्यत अविचारपृर्ण अत्याचारों का पर्यायवाची शब्द बन गया है।
डी वैलरा--प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, नेता और आयरिश स्वतंत्र राज्य के प्रधान मन्त्री। १४ अक्टूबर १८८२ को न्यूयार्क मे जन्म हुआ। इनकी माता आयरिश तथा पिता प्रवासी स्पेनिश थे। अपने बाल्यकाल में ही डी वैलरा आयरलैण्ड भेज दिये गये। १९०४ में डबलिन विश्वविद्यालय से गणित मे बी० ए० पास किया। ग्रैजुएट होकर वह अध्यापक बन गये। राष्ट्रीय आन्दोलन मे भाग लिया। १९१६ मे डबलिन मे ईस्टर सप्ताह के विद्रोह मे शामिल हो गये। वह एक विद्रोही दल के नेता थे। उन्हें गिरफ्तार किया गया तथा प्राणदण्ड की सजा सुना दी गई। यह सज़ा बाद मे आजन्म क़ैद मे बदल दी गई। परन्तु जून १९१७ मे उन्हें क्षमा-दान मिल गया। फिर उन्होंने नई शिनफीन प्रवृत्ति का नेतृत्व किया। मई १९१८ मे उन्हें फिर एक साल की कैद की सजा दी गई। बाद मे वह आयरिश प्रजातत्र के राष्ट्रपति चुने गये। जब १९२१ मे ब्रिटिश-आयरिश सधि हुई तव डी वैलरा ने पूर्ण आयरिश स्वाधीनता पर ज़ोर दिया। उन्होंने इस सधि को अस्वीकार कर दिया। सधि के अनुसार आयरिश स्वतत्र उपनिवेश राज्य (Dominion) की स्थापना की गई। सधि से पूर्व जो प्रथम गृहयुद्ध आयरलैण्ड में हुआ उसमे डी वैलर ने कोई भाग नही लिया। इसी प्रकार सधी के बाद जो गृहयुद्ध हुआ उसमे भी कोई भाग