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देशी रियासतें
 

१९३९ के मार्च में हिटलर यकायक दाज़िग को वापस मॉग बैठा, और थोडे दिन बाद समूचे कोरीडर को भी पोलैण्ड ने सुलह की बातचीत चलाने का तत्काल विचार प्रकट किया, जिससे कि दोनों की बात बनी रहे। बरतानिया ने आक्रमण के समय अपने सहयोग का पोलैण्ड को विश्वास दिलाया और मध्यस्थ बनने का प्रयास


किया। किन्तु हिटलर ने आक्रमण को ही पसन्द किया और १९३९ के अगस्त मास में छद्मवेशी जर्मन सेना ने दाजिग पर कब्जा कर लिया। हिटलर ने पोलैण्ड पर हमला कर दिया और वर्तमान युद्ध छिड़ गया।



देशी रियासते--भारतवर्ष दो भागों में विभाजित है : एक ब्रिटिश-सरकार द्वारा शासित, जिसमे ११ गवर्नरों के प्रान्त, चीफ कमिश्नरियाॅ आदि हैं--दूसरा देशी राज्य। देशी राज्यो या रियासतो का शासन भारतीय राजा, महाराजा या नवाबो के अधीन है। ब्रिटिश सरकार उनकी सर्वोच्च सत्ता है। भारतवर्ष मे ५६२ छोटी-बडी देशी रियासते हैं। इनमें ४५४ राज्य ऐसे हैं, जिनका क्षेत्रफल १,००० वर्गमील से भी कम है। ४५२ ऐसे राज्य हैं, जिनकी जन-सख्या १,००,००० जन से भी कम है। ३७४ राज्यो की वार्षिक आमदनी १ लाख रुपये से भी कम है। केवल १२ राज्य ऐसे हैं, जिनका क्षेत्रफल १०,००० वर्गमील और जन-संख्या १०,००,००० और वार्षिक आमदनी ५० लाख रुपये से भी ज्यादा है।

ब्रिटिश भारत की जन-सख्या २७ करोड़ तथा क्षेत्रफल १०,९४,३०० वर्गमील है। इन देशी राज्यो का शासन स्वेच्छाचारी एकतत्र-प्रणाली के अनुसार मध्ययुगीन ढंग पर है। कुछ बड़े तथा प्रगतिशील राज्यों में धारा-सभाएँ अब बन गई हैं। परन्तु उन्हे कोई वास्तविक उत्तरदायित्व का अधि-