उसमें ४० लाख पोल भी हैं। जो प्रदेश जर्मनी के अधिकार में है उसमें १ करोड़ ९० लाख पोल हैं। जर्मनी द्वारा अधिकृत पोलैण्ड में २० लाख यहूदी भी हैं। ल्यूबिन में जर्मनी ने एक शिविर बनाया है जहाँ सब पोलिश तथा जर्मन यहूदी रखे गये हैं। अधिकृत पोलैण्ड के ३३ हज़ार वर्गमील के ज़िलों को जर्मनी में मिला लिया गया है और पोल-जनों को वहाँ से निर्वासित कर जर्मनों को आबाद करना शुरू कर दिया है। जर्मन अधिकृत प्रदेश में डा॰ फ्रेङ्क की अध्यक्षता में सरकार बना दी गई है जहाँ पोल जनता पर नित नये अत्याचार हो रहे हैं। लन्दन प्रवासी पोलिश सरकार के अनुसार जुलाई' ४१ और जुलाई' ४२ के बीच ३,२०,००० पोलों को फाँसी दी जा चुकी है, किन्तु बहादुर पोल क़ाबिज़ जर्मनों से डटकर टक्कर ले रहे हैं और पोलिश सेनाएँ बरतानिया के साथ मिलकर बराबर दुश्मनों से लोहा ले रही हैं।
जून' ४१ में जब जर्मनी ने रूस से भी दग़ा की और उससे भिड़ गया, तो रूस द्वारा लिए गये पोलैण्ड के भाग पर नात्सियों ने अधिकार कर लिया।
लन्दन-प्रवासी पोलिश सरकार ने, जो अब तक सोवियत यूनियन के प्रति अपने को युद्ध-रत समझती थी, सोवियत यूनियन से, ३० जून सन् १९४१ को एक समझौता कर लिया जिसके आधार पर उसने रूस से फिर अपने राजनीतिक सम्बन्ध स्थापित कर लिए हैं। वह एक दूसरे की हिटलरी