मुसलिमलीगके काइदे याजम (प्रमुख नेता) मि०जिन्ना से आपका मतभेद हुया
और १९४२ के मध्य मे जिन्ना साहब ने मि० फज़्लुलहक़ के विरुद्ध अनुशासन
भग की कार्यवाही की और लीग से पृथक कर दिया। तब से आप राष्ट्रीय
विचार-धारा से प्रभावित है। ८ अगस्त १९४२ के 'भारत छोडो' प्रस्ताव के
बाद भारत-व्यापी दमन का भी आपने विरोध किया है और देश के वर्तमान
राजनीतिक सङ्कट के सुलझाव के लिए लालायित हैं। जनवरी १९४३ से कलकत्ते
और पूर्वीय बगाल पर जापानियों ने बमवर्षा प्रारम्भ की है। यह पक्तियाँ छपने
तक आठ हमले हो चुके हैं। आपने कहा है कि बंगाल दृढतापूर्वक शत्रु के
प्रहारो को सहन करेगा।
फासिज़्म--यह इटली का राजनीतिकवाद है। सन् १९१९ में मुसोलिनी ने इसके आन्दोलन को आरम्भ किया। फासिज्म शब्द का मूल (fascio) (फाश्यो) शब्द है, जिसका प्रयोग पूर्वकाल मे अनेक उन संस्थाओं ने किया है। 'फाश्यो' का अर्थ है, गट्ठा या बण्डल (बॉधना)। रोमन साम्राज्य के राज-चिह्न पर कुल्हाड़ी सहित बॅधी हुई लकडियाँ बनी रहती थीं, जिन्हें अधिकारी धारण करते थे। वस्तुतः फासिज्म का अर्थ है राष्ट्र को किसी सिद्धान्त मे बाँधना, सङ्गठित करना। इस दल का कायक्रम राष्ट्रीय सत्तावादी, असाम्यवादी तथा प्रजातन्त्र-विरोधी है। फासिज्म संगठित राज्य की स्थापना को अपना लक्ष्य मानता है। फासिज्म का यह दावा है कि वह न तो पूॅजीवादी है और न समाजवादी ही। वह व्यक्तिगत सम्पत्ति की रक्षा तो करता है परन्तु उसे राज्य के नियत्रण में रखना चाहता है। वर्ग-सघर्ष को अस्वीकार करता है तथा औद्योगिक विवादो को निषिद्ध ठहराता है। मजदूर-सभाएँ तथा मालिकों के संघ सब फासिस्तों के नियत्रण मे हैं।
फ्रांको, फ्रान्सिस्को--स्पेन का सेना व्यक्ष तथा अधिनायक। १८९२ मे पैदा हुआ। मरक्को मे स्पेन की सेना में नौकरी की। स्पेनी प्रजातत्र के अधीन
सेनानी रहा और १९२६ मे कर्नल होगया। सन् १९३५ मे स्पेन का प्रधान सेनाध्यक्ष होगया। केनारी द्वीपो का गवर्नर रहा। मरक्को से, जुलाई १९३९ मे, उसने
फौजी-विद्रोह का झण्डा उठाया और १ अक्टूबर १९३९ को फ्रांको ने अपने
को राज्य का पूर्ण अधिकारी तथा प्रधान-सेनाध्यक्ष घोषित कर दिया, जिसके