सामग्री पर जाएँ

पृष्ठ:Antarrashtriya Gyankosh.pdf/२७९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

मारको के मुकद्दमे २५२

का शासन-प्रबन्ध भारतीय मंत्रियों की सौप दिया गया था और प्रान्तीथ धारानभा दे: प्रति उत्तरदायी वना दिया गया था । सुरक्षित श्चिय : पृखिन्न, न्यायालय, मालगुजारी, अर्ध-ईहो-रिग आटि गवर्नर की व्य-जि-त्रि-नेल: कों मीन गवे थे । इन-.: प्रबन्ध लिये ब-पासि-ल, वाइभराय द्वारा, भान्त इस्वी फे प्रति. उत्तरदायी थी । इस प्ररप्राली को वैध-शासन-प्र-खाल, कहा धाता है मारको के मुकद्दमे २ अं का शासन-प्रबन्ध भारतीय मंत्रियों की सौप दिया गया था और प्रान्तीथ धारानभा दे: प्रति उत्तरदायी वना दिया गया था । सुरक्षित श्चिय : पृखिन्न, न्यायालय, मालगुजारी, अर्ध-ईहो-रिग आटि गवर्नर की व्य-जि-त्रि-नेल: कों मीन गवे थे । इन-.: प्रबन्ध लिये ब-पासि-ल, वाइभराय द्वारा, भान्त इस्वी फे प्रति. उत्तरदायी थी । इस प्ररप्राली को वैध-शासन-प्र-खाल, कहा धाता है भार्यतां ला स्वशासित देश मे मी जारी किया जा नक्रना त्रि नाच्प्तभंत्मिन्० वादियों ओंर फामिस्ती द्वारा अधिकृत देशो मे वी दृष्टया टबूटगटुत्र दृ न्हों डा है, देश की स्वाधीनता प्रत्येद्धदृ उघोग को न्च्त्म्नान्प्च्चन्गळटुप्इ शालंक "ग्रशान्ति' और "अव्यवरुथा' नाम ने पुंगन्टुच् हैं १ मारको के युकद्दमेड-सनू १९३६ ओंर १९३ ८3 देऊ प्रदृग्यदृ-"र्मदृ गात्राणि एं; पर चलाये गयें मुकद्दमे पान टबैंउंनत्गप्झू जा भाम्यवाटी अन्नगष्ट्ररेत्र क्या आँ र-चवा-मप्र'जरा-म टंप्'व्रग् "हृ बैटर मनीषा हैं । सरकारी वफीच ने भ्रटान्नन में नगं नि टेरर-निर्म प् ‘नं हृग्झेन्स्किभ्रविटुत्रि ५६ है'डोट्रूदैच्ट्रूटुकौ फै साथ भिन्न यर, जर्मन-नान्हन्तदंद्ध इ; न्नाक्रूअंर्टिंन थ्र्लिं टुट्रूश्वन्व्रड्गव्र "चं" ‘हृ ध्यान यर- चीर बदले में जर्मनों र्कइ "श-प्र-रे-रो' टे तु, वें ईगो, सामर्थं 'हृ न्यंगं cannot see the words from here....