पृष्ठ:Antarrashtriya Gyankosh.pdf/२८४

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२७८ मुंशी | जैसे भारत में रुपया, अमरीका में डालर, इंगलैंड में पोट तथा शिलिग, जर्मनी में मार्क, जापान में येन, रूस में रूबल । परस्पर देशों में व्यापार होता है और किसी वस्तु के मूल्य के भुगतान के लिये यह आवश्यक है कि प्रत्येक देश के मुद्रा की दर नियत कर दीजाय । देश की सामाजिक-राजनीतिक अवस्था का मुद्रा की दर पर भी प्रभाव पड़ता रहता है । । | मुंजे, डाक्टर बालकृष्ण शिवराम–हिन्दू महासभा को पुनर्सङ्गठित करनेवाले और महासभा के प्रथम दल के नेता । नागपुर के प्रसिद्ध चिकित्सक । असहयोग आन्दोलन, सन् १९२० मे, भाग लिया थोर जेल-यात्रा की। बाद को हिन्दू महासभा में शामिल हुए। सन् १९३१ की दूसरी गालमेजपरिषद् में प्रतिनिधि होकर गए । आपकी सैनिक शिक्षा में विशेप रुचि है। इसीलिए अपने नासिक मे भोंसले मिलिटरी कालेज की स्थापना कराई है। हिन्दू महासभा के सभापति भी रह चुके हैं । देश-हितकारी कायों में पूर्व से ही भाग ले रहे हैं । १९१९ के फौजी-शासन के बाद पीडित पजाब की सहायतार्थ स्वर्गीय स्वामी श्रद्धानन्दजी के साथ आप भी अमृतसर गये थे । अाजकल हिन्दू महासभा के प्रधान मत्री है । मुंशी, कन्हैयालाल माणिकलाल–जन्म सन् १८८७ ई० । बडौदा और बम्बई में शिक्षा प्राप्त की । बम्बई हाईकोर्ट में वकालत शुरू की । सन् १९१५ मे मि० जमुनादास-द्वारकादास के साथ यग इडिया का सपादन किया । सन् १९१७-१९ मे होमरूल लीग बम्बई के मत्री रहे । बम्बई विश्वविद्यालय की सीनेट तथा सिडीकेट के सदस्य हैं । सन् १९३० के सत्याग्रह-आन्दोलन के समय से राष्ट्रीय क्षेत्र में हैं, और अपनी धर्मपत्नी, श्रीमती लीलावती, के साथ ४ ५०००