कर दिया था। बरतानी हवाई सेना तुरन्त भेजी गई और यूनान ने इटली को अलबानिया की सरहद तक खदेड दिया। यूनानी आक्रमक-इटालियनो को बराबर खदेड रहे थे कि ६ अप्रैल १९४१ को, बलगारिया और यूगोस्लाविया मे होकर, जर्मनी ने भी यूनान पर हमला कर दिया। प्रधानमन्त्री कोरिजिस की सरकार ने, जो जनवरी '४१ मे मैटाक्सस की आकस्मिक मृत्यु के बाद, प्रधानमन्त्री बना था, बरतानी सरकार को लिखा कि आप सेना भेजे या न भेजे, हम जर्मनी का डटकर मुकाबला करेगे। तो भी ब्रिटेन ने, पूर्वीय देशो से बची हुई सेना यूनान भेजी, किन्तु जर्मनी के उत्कृष्ट कोटि के टेको, वायुयानो और सिपाहियो की सज्जित सैन्य के समक्छ, कट-कटकर लडनेवाली यूनानी, बरतानी और उसके साम्राज्य देशो की सेना, केवल तीन सप्ताह के भीतर, जर्मनी द्वारा यूनान के अपहरण को न रोक सकी। प्रधानमन्त्री कोरिजिस ने १८ अप्रैल १९४१ को आत्मघात कर लिया। सरकार क्रीट चली गयी। जर्मनो ने, जनरल जोलाकोगलू की प्रधानता मे, यूनान मे कठपुतली सरकार कायम करदी। मई मे जर्मनी ने क्रोट भी ले लिया और यूनानी बादशाह और उसकी सरकार लन्दन को चले गये। जून १९४१ मे जर्मनी ने इटली को समस्त यूनान पर अधिकार दे दिया।
यूपेन मलमेडी--छेत्र ३८२ वर्ग, जन: ६५,००० । सन् १९१९ तक यह छोटा-सा प्रदेश जर्मनी मे था, बसोई-सधि के समय बेलजियम मे मिला दिया गया। यहा की जनता जर्मन तथा फ्रान्सीसी-भाषी बेलजियन है। जर्मनो को भाषा तथा सामाजिक अधिकार प्राप्त थे। मई १९४० मे जब बेलजियम पर जर्मनी ने हमला किया तब यह प्रदेश जर्मनी ने फिर अधिकार