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पृष्ठ:Antarrashtriya Gyankosh.pdf/३११

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यूमा ३०१ में ले लिया। हिटलर का कहना था कि यहाँ ८० फीसदी जमन याबाद हैं । यू० एस० एस० आर०यूनियन ऑफ सोशलिस्ट सोवियत रिपब्लिक्स का संक्षिप्त रूप, अर्थात् रूल का वर्तमान पचायती (सायियत) मंघ समूद या मयुक्त राष्ट्र, जो १६२३ मे बना है । यू बोट-जर्मन पनडुब्बी यू बोट कहलाती है । यू सा-नादेश की सरकार के प्रधान-मंत्री थे। सन् १६१६ मे, जब असा क प्रथम प्रधान-मत्री, रा० बा मो, ने ब्रह्मा-चीन-सदक. के विवाद पर त्यागपत्र दे दिया, तब यू सा ने मत्रि-मण्डल बनाया । जब ले योरप में युद्ध प्रारम्भ हुया, तभी से भारत की भॉति. वामदेरा में भी. स्वाधीनता की मॉग के लिए, जोरदार अान्दोलन होने लगा। विगत अक्टूबर १६४१ में यू सा, अपने देश की स्वाधीनता की मॉग बरतानी सरकार के समक्ष रखने के लिये, गर्लएर गए । वहाँ अापका भारतमत्री मि० एल० एस० एमी ने शानदार स्वागत किया। मापने नामदेश की रक्षा के विषय में ब्रिटिश योजना या पर भी पारस्परिक विचार किया । यू मा त्रिटिश सरकार से नयाशय की प्रतिमा लेने गये थे कि वनमान युद्ध की समामि पर सदेश को प्रीनिवाशर सा- गप दे दिया जायगा। परन्तु बिारश मरकार की पोर में हम सपना मातोपना उत्तर न मिला । ५ नवम्बर १६४६ यो मन में पिटा र लोनाललगने एका गरीर दाग--2ी मिले । पर माता ग्राम में 71 मानब शान, पानीमा ना. ........

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