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पृष्ठ:Antarrashtriya Gyankosh.pdf/३७१

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5कज साइप्रस P8A% 15 बादाद न्सज़र्डन । १। तेल को भल शार्दूलसिह ३६६ विशी ,फ्रान्स की सेनाओं से युद्ध हुआ और १२ जुलाई को विशो की सेनाओने हथियार डाल दिये । ब्रिटेन और आज़ाद ,फ्रान्सीसियो ने मुल्क शाम की स्वाधीनता की घोषणा करदी, वहाँ फ्रान्सीसी शासन समाप्त हो गया और शामियो को आज़ादी दे दी गई कि वह सब एक होजायें अथवा अपने मुल्क मे अनेक राज्य स्थापित करले । २६ दिसम्बर १९४१ के आज़ाद फ्रान्स ने शाम देश की स्वाधीनता और शामी प्रजातन्त्र के प्रभुत्व को स्वीकार कर लिया और शाम का पूर्व प्रधान मन्त्री, शेख़ ताजुद्दीन, प्रजातन्त्र का राष्ट्रपति बना ।। शार्दूलसिह कवीश्वर, सरदार-सिख कांग्रेसी नेता, जन्म १८८६ ई०; अमृतसर में बी० ए० तक शिक्षा प्राप्त की । असहयोग आन्दोलने ( १९२०२१) मे भाग लिया ; दिल्ली से ‘सिख रिव्यू' तथा लाहौर से ‘न्यू हैरल्ड' पत्रों का सम्पादन किया । सन् १९२५ में प्रान्तीय राजनीतिक सम्मेलन पंजाब के सभापति बनाये गये । कांग्रेस-कार्य-समिति के सदस्य रहे । सन् १९३२ के आन्दोलन में कांग्रेस के स्थानापन्न अध्यक्ष रहे। Non-violent Non-co-operation ( अहिंसात्मक असहयोग ) तथा Studies in Sikh Religion ( force धर्म-मीमान्सा ) नामक अँगरेजी पुस्तकें = = = = -= = - -- 54:*

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