पृष्ठ:Antarrashtriya Gyankosh.pdf/३७५

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श्लसविग-हाल्स्टीन पर स्थित; श्वेत रूसियो द्वारा बसा हुआ; भाषा रूसी से भिन्न किन्तु रूसी और यूक्रेनी से मिलती-जुलती; १९३६ के आरम्भ में इसका क्षेत्रफल ४६००० वर्ग० तथा जन० ५० लाख से ऊपर थी; राजधानी मिन्स्क । १९२० के सोवियतपोलैन्ड-युद्ध के बाद २० लाख श्वेत रूसियो की आबादी का इलाका पोलेन्ड के पास रहा आया था । सितम्बर १९३६ मे, पोलैन्ड के बँटवारे के समय, सोवियत संघ का आधिपत्य स्थापित होजाने से, श्वेत रूसी प्रजातत्र की संख्या में ४० फ़ीसदी वृद्धि होगई । श्वेत रूसी एक जाति है, राजनीतिक समुदाय नहीं । रूसी गृह-युद्ध-काल के बोल्शेविक-विरोधी 'श्वेत रूसियो' से इस जाति का कोई सम्बन्ध नहीं है । सोवियत संघ में यह क़ौम ‘बाइलो रूसी कहलाती है ( रूसी भाषा का ‘बाइली'=श्वेत ) । आजकल के रूस-जर्मन-युद्ध में श्वेत रूसी अन्य देशवासियो के साथ अपने देश की स्वतन्त्रता के लिये नान्सियो से डट कर लोहा लेरहे हैं । श्वेत-सेना---रूस के सन् १९१७-१९२१ के गृह-युद्ध में क्रान्ति-विरोधी सेना | क्रान्तिकारी साम्यवादियो की सेना ‘लाल सेना थी । उसकी तुलना में विरोधियो की सेना ‘श्वेत' कहलाई । यह शब्द फ्रान्सीसी राजक्रान्ति से ग्रहण किया गया है, क्योकि फ्रान्सीसी प्रजातन्त्रवादियों के विरुद्ध विद्रोह करनेवाली राजतन्त्रवादी सेना का चिह्न श्वेत कमल था, जो फ्रान्सीसी राज-परिवार का भी चिह्न था । रूस के सर्वतन्त्र स्वतन्त्र होते ही इन देशद्रोहियो का भी अन्त होगया । श्लैसविग-हाल्स्टीन-जर्मनी का एक उत्तरी प्रान्त ; क्षेत्र० ५,३०० वर्ग०, १८६४ में जिसे प्रशा ने डेनमार्क से ले लिया । इस प्रदेश के डेनिश अधिवासी अद्ध शताब्दि से अधिक समय से मतालवा कर रहे थे कि उन्हे डेनमार्क वापस भेज दिया जाये । १९४० म, वसई की संधि के नुसार, इसके सम्बन्ध मे, जनमत लिया गया, फलतः उत्तरी श्लैसविग ज़िला डेनमार्क को वापस कर दिया गया, तब से यह ‘दक्षिणी जटलैण्ड' कहलाता है । इस ज़िले में ३५,००० जर्मन भी हैं, जिनको अनेक अधिकार प्राप्त हैं और उनके अपने मदरसे हैं । जर्मनी ने डेनमार्क पर अधिकार कर लिया है किन्तु इस ज़िले को जर्मन-राइज़ मे शामिल नहीं किया है ।