था)। प्रजानन्त्रो की १५ भाषाये सरकारी भाषायें हैं और रूसी भाषा को प्रधानता प्राप्त है। संघ की आबादी में रूसी ८॥ करोड़ हैं। प्रजातन्त्रों हो संघ से पृथक होने का अधिकार प्राप्त है, पर व्यवहारतः ऐसा अभीतक हुआ नहिं है। साम्यवादि दल ही सोवियत संघ में एक मात्र सरकार द्वारा स्वीकृत राजनीतिक दल है। इस दल द्वारा स्वीकृत उम्मेदवार ही चुनावो मे खडे होसकते हैं। जी० पी० यु० संघ की खूफिया पुलिस है। जोसफ स्तालिन इस दल का प्रधान-मंत्री है और वही सोवियत संघ का शासक तथा अधिनायक है। संघ की लाल सेना को ख़ूब सुसजित किया गया है। रूस की आर्थिक-प्रणामी समाजवादी है। उद्योगों तथा यातावात के साधनो पर राज्य का स्वाम्य है। राष्ट्रनिर्मात्री समिति द्वारा बनाई गई और सुप्रीम सोवियत द्वारा स्वीकृत योजना के अनुसार इनका संचालन किया जाता है। कृषि सामूहिक (कमैक्टिव फार्म्स-रूसी शब्द 'कोलग़्वोज') ढग पर की जाती है, किन्तु प्रत्येक किसान एक मकान, एक या दो एकड़ भूमि तथा एक या दो गाय अपनी रख सकता है। सामूहिक खेती मे तो उसका साभ्का है ही। रूस की वैदेशिक नीति, देश-काल की स्थिति के अनुसार, समय-समय पर बदलती रही है। सन् १९१७-२२ तक वह पूँजीपति और साम्राज्यवादी राष्टो के सम्पर्क से अलग रहा। रपालो की सन्धि के बाद, सन् १९२२-१९३३ तक उसने जर्मनी से सहयोग किया। इस अवधि मे रूस, अपने हस्तक्षेप किये जाने के सम्बन्ध मे, निरन्तर सशङ्कित रहा। बरतानिया और फ्रान्स दोनो को वह अपने सम्बन्ध मे, एक को उकसानेवाला और दूसरे को हस्तक्षेप का साधन बननेवाले की भॉति देखता रहा। १९३४ से ३९ तक उसने संसार के उसने जर्मनी से सहयोग किया। इस अवधि मे रूस, अपने हस्तक्षेप किये जाने के सम्बन्ध मे, निरन्तर सशङ्कित रहा। बरतानिया और फ्रान्स दोनो को वह अपने सम्बन्ध मे, एक को उकसानेवाला और दूसरे को हस्तक्षेप का साधन बननेवाले की भाँति देखता रहा। १९३४ से ३९ तक उसने संसार के प्रजातन्त्रों से सहयोग किया। हिटलर के बोलशेविज्म-विरोधी होने के कारण रूस को उसकी और से आक्रमण का भारी भय था। इसलिये वह राष्ट्र-संघ मे सम्मिलित हुआ और बहुत सचेत भाषा मे फ्रांस चैकोस्लोवाकिया के साथ उसने संधियाँ की। चीन मे जापान का प्रसार होने और जापान के जर्मनी से गँठजोड़ा करने के कारण रूस की चिंता बढ़ी। रूस ने जापान के ख़िलाफ चीन की मदद की, किसी नीति-विशेष के कारण नहीं, आदर्शपालन के लिये। १९३९-४० में उसने जर्मनी से सहयोग किया, उसके साथ अनाक्रमण
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