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पृष्ठ:Antarrashtriya Gyankosh.pdf/४३९

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हिंडनबर्ग ४३४ हिटलर अविवाहित है | वह मासाहारी नहीं है | तम्बाराकू और शराब भी नहीं पीता। उसके पास निज की कोई सम्पत्ति नीं है न्रिमी दैंक में उसका हिसाव है। हिटलर-युवक-१४ से २१ वर्ष तक के जर्मन युवको को इस संस्था मे शामिल होना अनिवार्य है | दिटलर- युवकर' नात्सी-दल की एक शास्वा है । इसके सदस्य भूरे करते हैं । इस सत्था का लक्ष्य जर्मन युवको मे नान्सीवाद की भावना को पुष्ट करना है । जमेन युवतियो १० से १४ वर्ष के बालको के लिये इस प्रकार के सगठन जमनी में ्रलग हैं। हिंडनतर्ग, फील्ड माशेल पॉल फान -जन्म १८४७ ई० , विगत महा- युद्ध में, पूर्वीय मोर्ों पर जमन-सेना का कमान्डर रहा र जनरल और जनरल हाफमन् के साथ , १६१४ से १७ तक, रूस में उसने महत्त्वपूर्ण विजय प्राप्त की, फलतः उसे जनरल स्टाफ का चीफ नियुक्त किया गया । किंतु १६१८ मे पश्चिमी मोर्चों पर वह ज्ेन-सेना की पराजय को न रोक सका । युद्ध के बाद सेनापति हिन्डनबर्ग [अवकाश ग्रहण कर हेनोवर मे रहने लगा। युद्ध में जर्मनी की हार के बावजूद जमन जनता हिंडनबर्ग करती रही । सन् १६२५ में दक्षिण-परथी दल की ओर से वह राइल्ल का अध्यक्ष चुना गया। तब सबने हिन्डनबर्ग द्वारा जमनी में राजतत्र की पुन- स्थापना की आशा की | किंतु हिडनत्र्ग कुछ काल तक समाजवादी सरकार के साथ और बाद में, जमनी के थिक-सकट-काल तक, विधान के अनुसार रग की फोजी वर्दी पहनते हैं | वे फोजो शिक्षा भी प्रात लूडनडर्फ का सभ्मान शासन,करता रहा । १६३० मे जर्मनी मे नात्सीवाद के ग्रादुर्भाव ने पार्लमेन्टरी शासन को असम्भव बना दिया। वह बहुत बूढ़ा, ८२ बर्ष का, होचुका था, जर्मनी के ज़मींदारो और जनरलो की जत्येनन्दी के हाथ मे राष्ट्रपति हिन्डनबर्ग कठपुतली बन कर रह गया । जमन-शासन-विधान की धारी ४८ के अनुसार मनमाने रूप मे आज्ाये और घोषणाये प्रचारित करने लगा, और अंत मे, २० जुलाई १६३२ को, प्रशा में शासन-उत्क्राति कराकर उसने जमनी की अतिम प्रजातंत्र सरकार का ख़ात्मा कर दिया । अगस्त १६३२ मे उसने हिटलर को जमनी का चान्सलर बनाने से इनकार