सामग्री पर जाएँ

पृष्ठ:Antarrashtriya Gyankosh.pdf/५१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
आस्ट्रिया
४५
 


नि:शस्त्र कर दिया जाय। इन द्वीपो की राजभाषा स्वीडिश है, और सन् १९२१ से यह स्वराज्य भोग रहे है। सन् १९३८ में स्वीडन और फिनलैण्ड ने यह तय किया कि इन द्वीपो मे क़िलेबन्दी की जाय। परन्तु इस कार्य में रूस ने बाधा डाल दी।


आस्ट्रिया--यह पहले स्वाधीन देश था। इसकी राजधानी वियना है। क्षेत्रफल ३२,००० वर्गमील तथा जनसख्या ६८,००,००० है। गत विश्वयुद्ध के बाद आस्ट्रिया ने जर्मनी के साथ मिल जाने की घोषणा की। इसमें तत्कालीन मित्र-राष्ट्रो ने बाधा डाली और राष्ट्र-सघ के प्रभाव से वह एक स्वाधीन राष्ट्र बना रहा। सन् १९३४ में आस्ट्रिया में फासिस्ट की सत्ता बढ़ गई और डाल्फ़स अधिनायक बन गया। उसने उन मज़दूरो का दमन किया जो प्रजातत्रवादी शासन का समर्थन कर रहे थे। उसने नाजी विद्रोह का भी दमन किया। इसी समय उसकी हत्या कर दी गई। उसके बाद शुशनिग ने शासन सॅभाला। १२ मार्च १९३८ को जर्मन सेना ने आस्ट्रिया में प्रवेश किया और हिटलर ने उसे जर्मनी मे मिला लिया। इस नाज़ी अपहरण का न आस्ट्रिया ने प्रतिरोध किया और न राष्ट्रसघ के समर्थको ने। शुशनिग को राजबन्दी बना दिया गया। आज भी वह जर्मनी का राजबन्दी है। वर्तमान महायुद्ध के आरम्भ हो जाने के बाद हैप्सवर्ग के एकतत्रवादियो ने लन्दन में आस्ट्रियन अफसर नियुक्त कर दिये हैं जो आस्ट्रिया की आज़ादी के लिए प्रयत्न कर रहे हैं।