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कामिएटर्न-विरोधी-समझौता
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काबालैरो--स्पेन का मजदूर नेता, सन १८९९ में जन्म हुआ। यह


मकान बनाने का काम करता था। बाद मे स्पेनिश समाजवादी-दल का अध्यक्ष होगया।

सात बार क़ैद की सज़ा दी गई। सन १९१७ में फाँसी की सजा मिली, परन्तु रिहा कर दिया गया। सन १९३१-३३ की प्रजातंत्रवादी सरकार मे वह मज़दूर-मंत्री था। स्पेन के गृह-युद्ध में सन १९३६ मे वह प्रजातंत्रवादी सरकार का प्रधान-मंत्री होगया। सन् १९३७ मे उसे प्रजातंत्रवादी दल ने बहिष्कृत कर दिया। जब प्रजातंत्र का पतन हो गया तब वह स्पेन से फ्रांस को भाग गया।


कामन सभा (पार्लमेट)--ब्रिटिश पार्लमेट की प्रथम सभा (House of Commons)। सन् १९११ से इस सभा का अधिक प्रभाव है, क्योकि लार्ड सभा (House of Lords--द्वितीय सभा) इसके द्वारा स्वीकृत किसी प्रस्ताव अथवा बिल को रद नही कर सकती। इस सभा मे ६१५ निर्वाचित प्रतिनिधि है--इँगलैड के ४५२ सदस्य, वेल्स के ३६, स्काटलैड के ७४ तथा उत्तरी आयरलैड के १३ सदस्य हैं। इँगलैड के धार्मिक-तत्र(Church) के पादरी सदस्य नही चुने जाते। कामन-सभा के सदस्यो का चुनाव पाँच साल के लिए होता है। इसके सदस्यो को अपने नाम के आगे एम० पी० (मेम्बर पार्लिमेट) पदवी जोडने का अधिकार है। सदस्यो को ६०० पौंड सालाना भत्ता तथा रेलवे की यात्रा-संबंधी सुविधाएँ दी जाती है। सभा का अध्यक्ष स्पीकर (Speaker) कहलाता है।


कामिर्ण्टन-विरोधी-समझौता--२५ नवम्बर सन १९३६ को जर्मनी और जापान के बीच यह समझौता हुआ था। इसका उद्देश कामिण्टर्न अर्था्त साम्यवादी अन्तर्राष्ट्रीय संघ की काररवाइयो तथा आन्दोलन का दमन