पृष्ठ:Garcin de Tassy - Chrestomathie hindi.djvu/६९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

________________

भक्त माल। । नामदेव। मूल। नामदेव प्रतिमा निर्वाही ज्यों त्रेता नहरि र बाल यसा बिठल पानि जा के पय पियो। मृतक गउ जिवाय परचो असुरन को दियो । सेज सलिल ते काहि पहिले जैसी ही होती देवल उलट्यो देषि सकुचि स्ले सब ही सोती पंडुर नाथ कृत अनुग ज्यों छानि स्वकर छाई नामदेव प्रतिमा निर्वाही ज्यों त्रेता नरहरि र टीका। छीपी बामदेव लरि देव जू को भक्त बडी ता की र भई जानिये। द्वादस बरष माझ भयो तनक ही पिर' मन नीके करि बानिये। तेरेमनोरथ में पूरन करन। देके मेरी बात मानिये। कस्त टहल प्रभु बेगि ही :