पृष्ठ:Gyan Kosh vol 1.pdf/११५

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अज़्हर बैजान ज्ञानकोश (अ) १०१ अज़हर बैजान है। योन्केलके (Strait) स्थल-डमरूमध्य द्वारा भग ३२००० वर्ग मील है। उ० अ०४० से पू० यह काले समुद्र ( Black sea ) से संयुक्त रे०४६ में यह स्थित है। है। श्रादि-एतिहासिक कालमें इसका सम्बन्ध यहाँका मुख्य व्यापार तेलका है। इसको कॉस्पियन समुद्रसे था। इसकी लम्बाई (नैऋत्य बाहर बहुत अधिक परिमाणमें भेजते हैं। इसकी से ईशान्य तक) २३० मील है और अधिकसे राजधानी बाकृके समीप तेलके कई बड़े बड़े सोते अधिक स्थानपर चौड़ाई ११० मील तक है। हैं। इससे बाकूका महत्व बहुत कुछ बढ़ गया है। इसका क्षेत्रफल १४५१५ वर्गमील है। यह नव बाकूसे मास्को, अफगान, पामीर, ईरानका एरिम्बरसे अप्रैल तक जमा रहता है। इसमें केवल हान, टाविज तुर्किस्तानका अँजेरूम, और काला डॉन नदी गिरती है। अधिकसे अधिक गहराई समुद्रके बातूम तक रेल जारी कर दी गई हैं। इसकी ४५ फीट है। इसका सिन्धु-धरातल तेलके व्यापारमें प्रधानत्वके कारण यूरोपीय महाकाले समुद्रके धरातलसे ४७५ फीट अधिक है। समरमें इसने भी बहुत कुछ भाग लिया था। किन्तु धीरे धीरे इसका धरातल कम होता जा तुर्किस्तानमें जो अाधुनिक इस्लामी आन्दोलन रहा है। अन्य समुद्रोंकी अपेक्षा इसका जल कम उठा था उस नीतिका प्रभाव मध्य एशिया और खारा है। इसके जल पर स्थल इत्यादिका बहुत भारत पर तो पड़ा ही था, किन्तु अजहर बैजन प्रभाव पड़ता है। रूसके व्यापारमें इसका स्थान पर भी इसका प्रभाव बहुत कुछ हुआ था। और बड़े महत्वका है। इसके किनारों पर टागन-राग, इस्लामी आन्दोलनसे भी बहुत अधिक प्रभाव बेरड्यान्स्क, मेरयुपोल और येनिकेल इत्यादि | पड़ा था इसपर रूसकी बोलशेविक सत्ताका नगर बसे हुए हैं। (Bolshevic)। इन्हीं दोनो, तुर्की और रूसी. अज्हर बैजान-(श्रझर बैजन Azer bai- नीतियों के परस्पर संघर्षसे इसका स्वतन्त्र zan )-इसमें लोकसत्तात्मक राज्यका अस्तित्व इतिहास बन गया। १९१७ ई० तक नहीं हुआ था। जब रूसमें इतिहास-ईरानकी सोहराब रुस्तमकी कथा साम्राज्यवादका अन्त हो गया तो काकेशिया पर्वत इत्यादि पुराने लेखोंमें इसका उल्लेख आया है। के परे छोटे छोटे कई रूसी प्रान्तोंने स्वतन्त्र राज्य | स्वतन्त्र राष्ट्रकी दृष्टिसे इसका पुराना इतिहास स्थापित कर लिये। उन्हीं में से यह भी एक था। नहीं मिलता। १६१७ ई० की २० सितम्बरसे अज़हर बैजानका कोई स्वाधीन प्राचीन इतिहास यहाँ प्रजासत्तात्मक राज्य स्थापित हुआ। १६१७ नहीं है। ये लोग अपनी वंशोत्पत्ति तकसे अन- ई० के मार्च मासमें रूसका ज़ार पदच्युत कर भिज्ञ थे। १६१७ में बाकू और एलीसाह्वेटोपोल | दिया गया और नवीन राज्यका आविष्कार हुआ। के दोनों प्रान्त मिलकर 'अज़हर बैजान' का लोक- इसी वर्ष सितम्बरमै बोलशेविक प्रजातन्त्र-राज्य सत्तात्मक राज्य बन गया। की स्थापना हुई। ट्रॉन्स काकेशियाने इस आन्दो१८१३ ई० की सन्धिके अनुसार यह प्रदेश लनसे लाभ उठाया। इन्होंने टिफ्लीसमें एक सभा ईरानके हाथसे निकल कर रूसके आधीन होगया करके लोक-सत्तात्मक राज्यकी घोषणा कर दी। था। रूसके शासनमें अज़हर बैजनका अस्तित्व जार्जिया और अरमेनियाके ईसाइयों और अजहर करीब करीब नष्ट हो चुका था, किन्तु प्रजातन्त्रका | बैजानके तातारी मुसलमानोंमें पटरी नहीं खाती ज़ोर होनेपर यह फिर प्रसिद्ध होगया। यह थी। इसलिये इन्होंने भी अपने अलग अलग प्रदेश कुर और पारस नदियोंके मध्यमै बसा छोटे छोटे स्वतन्त्र राज्य स्थापित कर लिये। हुआ है। देश उपजाऊ है और तेलके सोते अरमेनियाने रूसके बोलशेविकोंसे, जर्जियाने अनेक पाये जाते हैं। यहाँपर दो तिहाई लोग जर्मनसे और अजहर बैजानने तुर्किस्तानसे तातार वंशीय हैं, और ये शीया' पंथके माननेवाले सम्बन्ध स्थापित कर लिया। उसी समय बाक हैं। अनाटोलियाके सुन्नी लोगोसे ये भिन्न हैं। और उसके समीपस्थ प्रदेशोंमें बालशेविक राज्य यहाँकी जनसंख्या २६,००,००० है। इनमेंसे | की स्थापना हुई. और वहाँके रूसी और पारमे. १७४००० तो केवल मुसलमान हैं। ५४०००० नियनोंने तुर्की लोगोंको भगाना और मारना प्रारंभ आर्मेनियन तथा २३०००० रूसी और शेष योरप कर दिया। इन सब आपसके झगड़ोंसे संयुक्त की भिन्न भिन्न जातियाँ हैं। इसकी सीमा पर लोक-सत्तात्मक राज्य नष्ट भ्रष्ट होगया और एरिह्वान और जार्जिया नामक दो लोक-सत्तात्मक | जर्जिया और अज्हर बैजानने खतन्त्र लोक-सत्ताराज्य स्थापित होगये थे। इसका क्षेत्रफल लग-त्मक राज्य स्थापित किये। इस्लामी संसारके