पृष्ठ:Gyan Kosh vol 1.pdf/२२३

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तथा अधर्म संततिका सवाल हीं भदृन्यपूर्ण न समझा जाता हो । बिन लूँत्योंर्मे अधर्म संदृति का ५ प्रमाण कम डा, परन्तु गभपान अथवा गभधारण कें लिये प्रतिबंध या रुकावटें डालनेकी प्रथाएँ चल पडी नो कैमल अधर्म संप्रति का प्रमाण देख कर ऐसे तोगोंकै वैदिक आचारोंकों श्रेष्ट कहना म्रभपूर्ण होगा । ऐसी हीं गलती न्यूआ होंमने ‘चाइल सैटिटिखिस्स' पर ग्रंथ लिखेते समय की है । क्रिश्चियन द्देशीकौ अपेक्षा मुसलमानी देशौमैं अधर्म संतति निरसंदेह कम है, परन्तु इस से यह नहीं कहा जा सकता कि मुसलमान मनोंनि ग्रह फरनेमें उनसे श्रेष्ठ हैं । समान संस्कृति ओर आचार धर्म पालन करने वाले समाजोंमें अधर्म ३ संततिकै प्रमाणमेंजो अन्तर अथवा भिन्नता दिखाई देती है यह नीति-विषयक कल्पनाओं ओर भाव- नार्चोंकों स्मृष्टकुरनेमैं अक्यपृ उपदृशिमुँट्वे होती हैं]यह नहीं हो सकता कि जिग स्रिर्योंकी अधर्म संतति उल्फा होनी हैं वे स्रियाँ सर्षदैव्र युरी होती हैं 1 'स्रियोंके सस्नाघमें बिचार" ( Thoughts about women) नामक र्यथमैं मिस मुसकि ३ Miss Unlock) ऐसी स्रियों के वारैर्में स्थिती हैं कि "ऐसी पतित मियाँ उसी दतेंकौ f खिर्थोंमैएश्वम निकम्मी नहीं होती । उनमे से ३ वहुत सौ वहुत अच्छी यानी सुधरी-दुई, होशियार सत्यवादी बाँफडोंकै सहारे अधर्म संततिकै प्रमाणकै j सस्थन्धमें यदि कोई नियम स्थिर किया जाय तो ३ ऐसा हो सक्ता है l प्रतिवर्ग उसी देशमें अथवा समाक्षमैं उतनी दी चार वही प्रमाण निकलता है “It!!! के लिये गन र्पट्टह व्रर्थोंसे फ्लॉयड में अमर्ष संतति का प्रमाण प्रति हजार ३९ से लेकर ४२ के मम्यमै रहता था । इस राष्ट्रका यह संतति ३ प्रयाण रतना एकसा ही है कि १८९१ में अलबर्ट लेपिहूँवेलने भविष्यवाणी द्वारा घोषित किया हुँ था फि "१८९३मै “an: ओरवेरुसमें प्रत्येक मृ पैदा होनेवाले वर्षोंमैंसे फी tartan अथवा I धइयर्प अनीतिसे उत्मझ होंगे ओर ऐसे वाणकौकी ५ संखा ३८,००० होमी I जव १८९५ में १८९३ के माँकडे प्रसिद्ध हुए तो लेफिर्गवेत्तकौ भविष्यवाणी ५ पूर्णत: सत्य दुई । मनुम्यकी चाल चलन के जिये धने हुए कानूनों का तथा उनको पूर्व दिथति का पृ भलीभाँतिगिरोमृण करके कहा… जा सक्रत्ताहै r कि विकौर अथवा मूर्वतासे जनित mag r ५ सम्पन्धमेंभी धरसोपदृले कोई निश्चित अनुमान r यतलादिथा बासकता है I f अधर्म सन्ततिका प्रमाण निकालना…स्थित्निणा r ( Statistics.) का उपयोग करनेके समय r अधर्म संतति कै अंकों की तुलना दूसरे किन बंकी r ‘ सेकौजाय ओर प्रमाण निकाला जाय इसकी मिध भिज रीतिमाँहैं । दैशकी फुल सोक संस्पा के साथ sum संततिकाजौ प्रमाण( Proportion) होताहै उससे या १५-१६ वर्षकी अविवाहित सिर्गोंफीसंस्याकै साथ जारजसन्तानकी उत्पत्ति सम्यन्ध निकालकर अधर्म संतति का प्रमाण ३ ३ निकालतेहैं नीचे दौ मुई बालिकायें दी मिध भिज समयों १८८०-८९ ओर {Eat-ea ) का मिव भिन्न देशौ की जनसंख्या फी फी स्वार अधर्म सन्ततिका प्रमाण दिखाया गया है… दोंत्रर्षहैंचाम्बर्ष ५ 'दोयर्व श्यापे रे देश हुँ१८८८3९०१३ क्या 1१८८०' १९०१ -८१ पृ -०४३ ३…८१ -०४ दृ ८ आरिद्गया दै ६२ l ue I फांस 1 २३ २३ सेफसनी ५ ६४ I ५२ l नार्वे ३ २१ २२ ब्रबैरिया १९ ४८ येखजिवृंम 1 २७ ५ २२ ५ स्नेडन. २१ ३३ I स्काटसैड f २८ ‘ ९७ डेनमार्क j ३६ j ३२ ‘ न्यूजीखेंड l १८ १२ प्रशिया ३३ ३० ६ इन्हेंकृदेलप्ता ta ११ त्टली ८ ३१ २५1 प्नआयरसैड ६ i ५ ऊपर के दोनों समयोंकै अंकों कीतुखमा करने ५ सेदिखाईदैता हैकि अधर्म सन्तति धीरे धीरे ५ घट रहीं है । उससे यह नहीं कहा जा सकता कि हा। क्योंका नैतिक सुधार दुआ है क्योंकि संतान निग्रह ( Iiirth control ) ओर' डार्मनाशकै अनेक बै उपार्योंकाब्रड़ा