लिअे अैसी विरासत क्यो न छोड जाय, जिससे वे अीमानदारी और मेहनतके साथ अपनी रोटी कमा सके? आप यह सब सोचते तो है, लेकिन कर नही पाते। मगर रामनामका निरतर जप चलता रहे, तो अेक दिन वह आपके कण्ठसे हृदय तक अुतर आयेगा, और रामबाण अुपाय साबित होगा। वह आपके सब भ्रम मिटा देगा, आपके झूठे मोह और अज्ञानको छुडा देगा। तब आप समझ जायगे कि आप कितने पागल थे, जो अपने बाल-बच्चोके लिअे करोडोकी अिच्छा करते थे, बजाय अिसके कि अुन्हे रामनामका वह खजाना देते, जिसकी कीमत कोअी पा नही सकता, जो हमे भटकने नही देता, जो मुक्तिदाता है। और आप खुशीसे फूले नही समायेगे। आप अपने बाल-बच्चोसे और अपनी पत्नीसे कहेगे 'मै करोडो कमाने गया था, मगर वह कमाना तो भूल गया। दूसरे करोड लाया हू।' वे पूछेगे कहा है वह हीरा, जरा देखे तो!' जवाबमे आपकी आखे हसेगी, मुह हसेगा और धीरेसे आप जवाब देगे 'जो करोडोका पति है, अुसे हृदयमे रखकर लाया हू। तुम भी चैनसे रहोगे, मै भी चैनसे रहूगा।"
––मसूरी, ८-६-'४६
सारी प्रार्थनाओका सार
शामकी प्रार्थनाके बादके अपने भाषणमे गाधीजीने कहा मै आशा करता हू कि आप अपने घरोमे सुबह-शाम नियमसे प्रार्थना करेंगे। अगर आप न चाहे तो आपके लिए संस्कृत श्लोक सीखना कोअी जरूरी नही। रामधुन ही काफी है। सारी प्रार्थनाओका सार यही है कि आप अपने दिलोमे अीश्वरको बसा ले। अगर आप अिसमे सफल हो जाय, तो आपका, समाजका और सारी दुनियाका भला होगा।
––मसूरी, ८-६-'४६
सरासर धोखा
रामका नाम लेना और रावणका काम करना निकम्मीसे निकम्मी चीज है। हम अपने-आपको धोखा दे सकते है, सारी दुनियाको धोखा दे सकते है, लेकिन रामको धोखा नही दे सकते।
––नअी दिल्ली, १८-६-'४६