मेहमान के तौर पर ठहराया और शंकरमंगलम के आस पास के हिन्दू मन्दिरों के दर्शन करवाये। क्या यह सच है?'
शर्मा ने स्वीकार किया। कमली को शपथ लेने के लिए बाइबिल दिया गया।
पर उसने गीता मंगवा कर उसे छूकर शपथ लिया।
'आपने हिन्दू मंदिरों के दर्शन किए हैं, सच है।'
कमली ने कहा 'हाँ'।
'इसका मतलब दोनों ने ही अपनी गलती मान ली तो आगे सुन- वाई क्या की जाए। अब तो भी लार्ड बस संप्रेक्षण के लिये कोई रास्ता सुझा दिया जाए।'
तब वेणुकाका कमली और शर्मा जी के वकील की हैसियत से हर वाद का खंडन किया।
सब ज़ज ने उन्हें अपना पक्ष प्रस्तुत करने की अनुमति दी।
'कमली जैसी विदेशी युवती को अपने घर ठहराने तथा उसे मन्दिरों के दर्शन करवाने में कानून क्या गलत है।'
'कमली, विदेशी ही नहीं, वह दूसरे धर्म की है।'
मुझे इस पर एतराज है। कमली दूसरे धर्म की नहीं, उसने कई वर्षों से हिंदू धर्म और हिन्दू संस्कृति को अपना रखा है।
बेणुकाका के इतना कहते ही, प्रतिपक्ष के वकील ने इस बात की पुष्टि के लिए साक्ष्य की मांग की।
वेणुकाका ने साक्ष्य प्रस्तुत करने की अनुमति मांगनी चाही। सबसे पहले शंकरमंगलम सेंट एन्टोनी चर्च के पादरी को बुलवाया गया। पादरी ने बताया कि इस युवती को कभी भी चर्च में आते नहीं देखा। उल्टे इसे साड़ी पहने और कुंकुम का टीका लगाए शिवालयों में देखा है। प्रतिपक्ष के वकील ने पादरी से कुछ सवाल करने चाहे, पर असफल रहे।
इसके बाद रवि ने गवाही दी। फ्रांस के विश्वविद्यालय में किस