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१७६ :: तुलसी चौरा
 


लोगों से एक धर्म का विकास नहीं रुक जाता है। हिन्दू धर्म ने ईसाई और इस्लाम की तरह कई देशों में जड़ें नहीं फैलाई। भारत और नेपाल में यह धर्म इस मामले में विशिष्ट है―कि सच्ची भक्ति और श्रद्धा के साथ जो पालन करे, उन्हें अपने में स्थान देता है।

कन्वर्शन या परिवर्तन न होकर यह स्वीकार की पद्धति को अप- नाता है। भीतर समाहित करने की यह उचारता भारतीय है। एनी वैसेन्ट जैसे कितने लोग भारतीय संस्कृति के प्रचार का कार्य करते रहे हैं।'

कई यूरोपीय भक्ति और श्रद्धालु भी हिन्दू धर्म के अनुयायी हो गए! इसके कई उदाहरण हैं। (न्यायाधीश ने कुछ उदाहरण दिए) यहाँ जब तमाम गवाहों के आधार पर मामले की जाँच की गयी, तो लगता है, कि ये तमाम आरोप जानबूझकर लगाए गये हैं। कमली नाम की फ्रेंच युवती के हिन्दू धर्म के प्रति आस्था और अभिव्यक्ति के कई तर्क संगत प्रमाण हैं। यहाँ उन लोगों की निष्ठा पर प्रश्न चिन्ह लगता जो यह दावा करते हैं इसके मन्दिर प्रवेश के कारण मन्दिर अपवित्र हो गए हैं।

देखा जाए तो गवाहों और विवरणों से स्पष्ट है कि गाँव के आम आस्तिकों की तुलना में वह अधिक आस्थावान और श्रद्धालु रही है। मेरे विचार में मन्दिरों की पवित्रता कहीं भंग नहीं हुई है, इसलिए इस मुकदमे को स्थगित किया जाता है। 'यह भी कहा गया था कि शर्मा व कमली को मुकदमे का सारा खर्च वादी द्वारा दिया जाये।'

वेणुकाका को ऐसे निर्णय की अपेक्षा थी ही पर फूले नहीं समाए। रवि भागता हुआ आया और वेणुकाका का हाथ थाम लिया। कमली ने उन्हें पूरी श्रद्धा के साथ धन्यवाद दिया। उस दिन सांयकालीन अखबारों और अगले दिन प्रातःकालीन अखबारों की प्रमुख खबर यही रही।

सीमावय्यर और उनके साथियों ने कलियुग पर सारी जिम्मेदारी डाल दी। 'सर्वनाश होने वाला है संसार का।'―