पृष्ठ:Yuddh aur Ahimsa.pdf/२०२

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कौनसा मार्ग श्रेष्ठ है?

अमरीका से एक मित्र ने वहाँ के प्रसिद्ध मासिक पत्र 'दी वर्ल्ड टुमोरो' के अगस्त १९२८ के अङ्क में से जॉन नेविन के 'तलवार त्याग और राष्ट्रीय संरक्षण' शीर्षक एक शिक्षाप्रद और मार्मिक लेख की कतरन भेजी है। वह प्रत्येक देशप्रेमी के लिए पठनीय हैं। नीचे लिखे आरम्भिक वाक्यों से पाठकों को उसके सारांश का पता चलेगा—


"शान्तिवाद के सम्बन्ध में सबसे पहले यह सवाल उठता है कि इस बीसवीं सदी में, जब कि युद्ध के अस्त्र-शस्त्र इतनी अधिक सम्पूर्णता के शिखर तक पहुँच गये हैं और उनकी संहारक शक्ति इतनी ज्यादा बढ़ गई है, क्या सचमुच फौजी साधनों द्वारा राष्ट्रीय संरक्षण हो सकता है? संभव है कि भूतकाल में फौजी साधनों की मदद से राष्ट्रीय संरक्षण हो सका होगा, मगर आज तो यह उपाय एक दम पुराना पड़ गया है और इसपर निर्भर रहना आफत मोल लेना है; क्योंकि आज हम देख सकते हैं कि जहाँ एक ओर फौजी सामान का खर्च दिन-दिन बढ़ता जाता है, तहाँ दूसरी ओर संरक्षण-