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युद्ध और अहिंसा


मेण्ट भवन और वेस्टमिनिस्टर गिर्जाघर के सर्वनाश की सम्भावना पर आप आँसू बहाते है, तो जर्मनी के प्राचीन स्मारकों के सर्वनाश की सम्भावना पर आपके आँसू क्यों नहीं निकलते? और इंग्लैण्ड व फ्रांस से ही आप क्यों सहानुभूति रखते हैं, जर्मनी से आपको सहानुभूति क्यों नहीं है? क्या हिटलर जर्मनी के उस पददलन का ही जवाब नहीं है, जो कि पिछले युद्ध के बाद मित्र-राष्ट्रों ने उसका किया था? अगर आप जर्मन होते, हिटलर की सी साधन सम्पन्नता आपके पास होती, और सारी दुनिया की तरह आप भी बदला लेने के सिद्धान्त में विश्वास करते होते, तो जो हिटलर कर रहा है वही आप भी करते। नाज़ीवाद बुरा होसकता है। दरअसल वह क्या है यह हम नहीं जानते। हमें जो साहित्य मिलता है वह एक तरफ़ा है। लेकिन में आपसे कहता हूँ कि चैम्बरलेन और हिटलर में कोई फ़र्क नहीं है। हिटलर की जगह चैम्बरलेन होते, तो वह भी इससे भिन्न न करते। हिटलर के बारे में विशेष न जानते हुए भी उसकी चैम्बरलेन से तुलना करके उसके साथ आपने अन्याय किया है। इंग्लैण्ड ने हिन्दुस्तान में जो-कुछ किया वह क्या किसी तरह भी उससे अच्छा है, जो कि ऐसी ही परिस्थितियों में दुनिया के दूसरे हिस्सों में हिटलर ने किया है? हिटलर तो पुराने साम्राज्यवादी इंग्लैण्ड और फ्रांस का एक बालशिष्य मात्र है। मैं समझता हूँ कि वाइसरीगल लाज में भावुकता ने आपकी बुद्धि को दबा लिया था।”

इंग्लैण्ड के कुकृत्यों का, सचाई का, खयाल रखते हुए, मैंने जितने ज़ोरों से वर्णन किया है उतने और ज़ोरों से शायद और किसी ने नहीं किया। इसी तरह जितने प्रभावकारक