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कहीं आपका मतलब सीकर असुर तो नहीं था?
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  • करने वाले पर तुम्हारी असीम अनुकम्पा है। कार्ने॰—(रोती हुई)—मैं स्वयं पराजित हूँ! मैंने अपराध किया है पिताजी! चलिए, इस भारत की सीमा से दूर ले चलिए, नहीं...
    ४९४ B (५८३ शब्द) - १७:५७, १७ सितम्बर २०२१
  • में हम पण्डित जगन्नाथप्रसाद जी चतुर्वेदी के अतिशय कृतज्ञ हैं, जिन्होंने असीम कृपा कर बंगला 'वन्दे मातरम्' गान का अपना हिन्दी पद्यमय अनुवादउद्धृत करने...
    ५५६ B (८२८ शब्द) - १५:४९, ५ अक्टूबर २०२३
  • क्या कह दिया जाय? कल्याणी—मैं नहीं जानती। चाणक्य—परन्तु राजकुमारी, उसका असीम प्रेमपूर्ण हृदय भग्न हो जायगा। वह बिना पतवार की नौका के सदृश इधर-उधर बहेगा।...
    ५०० B (५४३ शब्द) - ०६:०७, ११ सितम्बर २०२१
  • कि माटियो वास्तव में इस साम्राज्य का स्वामी है। इस मनुष्य के डाकूपन की सीमा असीम हेद हो गयी थी, भय तो नाम को छू ​ नहीं गया था, चालाकी काइयाँपन और कठोरता...
    ४९५ B (१,४६१ शब्द) - १४:४३, २१ नवम्बर २०२१
  • मूर्छित माता को उठाकर झोंपड़ी में जब ले चला, तब उसके मन में कामैया के पिता पर असीम क्रोध और दर्शकों के लिए प्रतिहिंसा उद्वेलित हो रही थी। कामैया की आँखों से...
    ५८९ B (८४९ शब्द) - ०७:३५, ११ मई २०२१
  • वही स्नेह अपराध हो उठा जो सब सीमा तोड़ चले । "हाँ अपराध, किंतु वह कितना एक अकेले भीम बना , जीवन के कोने से उठ कर इतना आज असीम बना ! और प्रचुर उपकार सभी वह...
    २२७ B (२,०१२ शब्द) - १३:१५, १५ अक्टूबर २०१९
  • कहते अधिकार न सीमा में रहते , पावस - निर्भर - से वे बहते , रोके फिर उनको भला कौन ? सबको वे कहते—शत्रु हो न !' अग्रसर हो रही यहाँ फूट , सीमाएँ कृत्रिम रहीं...
    २३४ B (१,८३० शब्द) - १३:१५, १५ अक्टूबर २०१९
  • संकुचित असीम अमोघ शक्ति जीवन को बाधा-मय पथ पर ले चले भेद से भरी भक्ति या कभी अपूर्ण अजंता में हो रागमयी-सी महासक्ति व्यापकता नियति-प्रेरणा बन अपनी सीमा में...
    २३८ B (२,४८३ शब्द) - ०१:०१, २२ अक्टूबर २०१९
  • अब तो हो न सकेगी । मैं शासक, मैं चिर स्वतंत्र, तुम पर भी मेरा-- हो अधिकार असीम सफल हो जीवन मेरा । छिन्न भिन्न अन्यथा हुई जाती है पल में , सकल व्यवस्था अभी...
    २३८ B (१,९१८ शब्द) - ०१:०४, २२ अक्टूबर २०१९
  • कहीं कह चुके हैं। धर्म है ब्रह्म के सत्स्वरूप की व्यक्त प्रवृत्ति, जिसकी असीमता का आभास अखिल-विश्व-स्थिति में मिलता है। इस प्रवृत्ति का साक्षात्कार परिवार...
    ५५० B (१,७४८ शब्द) - १०:४६, २२ अगस्त २०२१
  • बाँटती थीं । उनके धर्म और दान की सीमा केवल मनुष्यों तक ही न थी वरन् वन के पशु पक्षियों और जल के कच्छ मच्छ तक को भी बाई की असीम दया का आश्रय मिलता था । बहुधा...
    ३८५ B (३,१३० शब्द) - ०९:३२, १५ अक्टूबर २०१९
  • घाटवाले जहाज़ बनाने के रोजगार में भी उनका शेयर था। उनका जन्म पुराने ज़माने की सीमा पर और इस काल के ही हुआ था। कुश्ती में, शिकार में, लाठी चलाने में उस्ताद थे।...
    ३०५ B (३,७४८ शब्द) - १३:४८, ५ मार्च २०२१
  • उपयुक्त और बोधगम्य बात केवल इतनी ही है कि उसने भारतीय राष्ट्रवादियों के प्रति असीम घृणा प्रकट की है और उन्हें इतना काला, बेहूदा, झूठा, मूर्ख और धृष्ट चित्रित...
    ६४३ B (६,७२५ शब्द) - १४:२१, २३ नवम्बर २०२०
  • और उनको पार करके आगे निकल जाते हैं। परमात्मा की असीमता का अंदाज़ा बहुत कम आदमियों को है। उसकी सीमा नहीं। वह सब तरफ़ है। कोई जगह उससे खाली नहीं। इस विश्व...
    ५०८ B (१,८७९ शब्द) - ०६:३५, ४ जुलाई २०२३
  • कमरे हम इन्हीं तीनों भाइयोंसे सुसज्जित रहते थे। अपराधियोंपर न्यायाधीशोंकी असीम क्षमता और प्रभुता थी। अनेक बार प्रभु या प्रभु-पत्नियाँ, दयाके वशवर्ती होकर...
    ३३३ B (३,०२२ शब्द) - १७:४०, ८ नवम्बर २०२१
  • इस बार भयानक लडाई आरम्भ हुई । मौर्य्य-सेना का चन्द्रगुप्त स्वंय नायक था । असीम उत्साह से मौर्य्य ने आक्रमण करके ग्रीक सेना को ————————————————————— The...
    ६१४ B (२,३७५ शब्द) - २३:५९, ३ सितम्बर २०२१
  • में गोता लगाया था और वही उसकी तह तक पहुँचा था। जैसे जगत असीम है वैसे ही मनुष्य का आत्मा भी असीम है; अतएव जिन्होंने उस अप्रकट भीतरी भाग या देशका मार्ग खोज...
    ३२१ B (७,५१९ शब्द) - २३:४०, २२ अप्रैल २०२१
  • की सीमा न रही। हम छुद्र जीव एक मुख से तुम्हारी (१) धर्मार्थकाममोक्षाणां साधकं नाटकं भवेत्। यस्याभिनयमात्रेण मुक्तिः करतले स्थिता॥ (अग्निपुराण) ​असीम महिमा...
    ३४८ B (२,०८० शब्द) - ०१:३८, १२ मई २०२१
  • लेश भी न होने से वे सार-हीन हो गए हैं, जिन्हें सुनने से विरही- विरहिणी के असीम दुःखो के अतिशयाधिक्य का अन्दाज़ा शायद कुछ लोगों को लगता हो पर श्रोतागण उससे...
    ५३३ B (२,९३८ शब्द) - १५:३२, १७ जुलाई २०२२
  • रूप व्यक्त होकर स्थूल होता जाता है जब तक कि वह स्थूलता की चरम सीमा पर नहीं पहुॅचता; चरम सीमा पर पहुॅच कर वह फिर उलट कर सूक्ष्म होने लगता है। यह सूक्ष्म से...
    ५१४ B (४,४८३ शब्द) - ०८:०५, २५ मार्च २०२३
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