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पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/१२८

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मुख्य धंधे-पशु पक्षियों पर अवलम्बित धंधे

मुख्य पन्धे-पशु-पक्षियों पर अवलम्बित धन्धे सकता है । दक्षिण अमेरिका के ऐंडीज़ पहाड़ी प्रदेश में लामा ( Llama) माल ढोने के काम में बहुत पाता है। रेशम को उत्पन्न करने वाला एक कीड़ा होता है परन्तु इस कोड़े का शहतूत के वृक्ष से घनिष्ठ संबंध है । यह कीड़ा शहतूत रेशम ( Silk ) की पत्तियों ( Mulberry leaves ) पर ही निर्वाह करता है। शहतूत की पत्तियों पर रेशम का कीड़ा पाला जाता है । यही उसका भोजन है । इस कारण जहाँ शहतूत का वृक्ष उत्पन्न हो सकता है वहीं पर रेशम उत्पन्न किया जा सकता है। शहतूत का वृक्ष बहुत प्रकार के जलवायु में उत्पन्न हो सकता है। परन्तु रेशम का कीड़ा सफलतापूर्वक वहीं पाला जा सकता है जहाँ कि वृक्ष वर्ष में पत्तियों की दो फसलें उत्पन्न करते हों। शहतूत के वृक्ष पत्तियों की दो फसलें उन्हीं प्रदेशों में उत्पन्न करते हैं जहाँ न अधिक ठंड हो और न बहुत गरमी । शीतोष्ण कटिबंध ( Temperate zone ) का गरम भाग और ऊष्ण कटिबन्ध ( Tropics ) का वह भाग जो बहुत गरम न हो शहतूत के वृक्ष उत्पन्न करने के लिए बहुत उपयुक्त है। अस्तुः रेशम का कीड़ा भूमध्य रेखा ( Equater ) के १५० उत्तर और दक्षिण से लेकर ४० उत्तर और दक्षिण के भूभाग में पाला जाता है। इन्हीं प्रदेशों में कीड़ा पाला जा सकता है क्योंकि उसका मुख्य भोजन यहीं उत्पन्न होता है । रेशम के कीड़े पालने के लिए दूसरी आवश्यकता है सस्ते मजदूरों की । क्योंकि रेशम के कीड़े पालने का काम बहुत झंझट का है और उसमें अपेक्षाकृत अधिक .मजदूरों की ज़रूरत होती है। चीन और जापान रेशम के कीड़े पालने के लिए बहुत उपयुक्त हैं, क्योंकि वहाँ की जलवायु शहतूत के वृक्ष अनुकूल है और वहाँ मज़दूर सस्ते हैं। संयुक्तराज्य अमेरिका की कुछ रियासतों की जलवायु शहतूत के वृक्ष के लिए उपयुक्त है किन्तु मज़दूरी बहुत महँगी होने के कारण वहाँ रेशम के कीड़े पालने का धंधा पनप नहीं सकता। कोड़े से रेशम को पृथक करने में बड़ी सावधानी की आवश्यकता होती है। रेशम के कीड़ों को पालने में . बहुत अधिक परिश्रम करना पड़ता है। अधिकतर उनकी देख-भाल स्त्रियाँ और बच्चे करते हैं। रेशम कीमती होने के साथ साथ बहुत हल्का होता है इस कारण वह बहुत दूर तक भेजा जा सकता है। रेशम का कीड़ा जब सुप्त अवस्था में जाने को होता है तो सिर के दो छेदों से बहुत बारीक तार निकालने लगता है, और वह रेशम का तार उसके शरीर के चारों ओर लिपट जाता है। 0