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पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/३६६

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मुख्य व्यापारिक देश

मुख्य व्यापारिक देश दृष्टि से इसका अधिक महत्त्व नहीं है । पराना और अरगुये (Arngunya) नदियों का बेसिन अधिक महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मैदान शीतोष्या कटिबन्ध में है । ये नदियाँ व्यापारिक दृष्टि से भी अधिक महत्त्वपूर्ण है क्योंकि ये ऊष्ण तथा शीतोष्ण कटिबन्ध को जोड़ती हैं। यह महाद्वीप सघन वनों से मरा हुआ है। किन्तु रबर के अतिरिक्त वन सम्पत्ति का अधिक उपयोग नहीं हो पाता, क्योंकि यहाँ मार्गों की सुविधा नहीं है। अधिकांश वनों में कठोर लकड़ी है इस कारण यहाँ से लकड़ी भी बाहर नहीं भेजी जाती । केवल पराना में पाइन के वन हैं जहाँ से पाइन बाहर भेजा जाता है। दक्षिण अमेरिका में कोयला नहीं है। इसी कारण यहाँ औद्योगिक उन्नति होना कठिन है। ब्राजील में लोहा यथेष्ट पाया जाता है किन्तु माल ले जाने की सुविधा न होने के कारण अधिक निकाला नहीं जाता। वैनेज्यूला तथा कोलम्बिया में पैट्रोलियम, पीरु चिली में नाइट्रेट, तथा बालीविया में टिन मिलती है। कुछ सोना और चांदी उत्तर ऐन्डीज़ में तथा ताँबा मध्य ऐन्डीज़ में मिलता है। संक्षेप में दक्षिण अमेरिका की यही खनिज सम्पत्ति है। दक्षिण अमेरिका में खेती तथा पशुपालन ही मुख्य धंधे हैं। यद्यपि अधिकांश भूभाग जनशून्य और वीरान है, फिर भी जहाँ जहाँ जनसंख्या बस गई है वहाँ खेती और पशुपालन होता है। दक्षिण अमेरिका में केवल ४ प्रतिशत भूमि पर खेती होती है । इसका मुख्य कारण यह है कि यहाँ जनसंख्या कम है । मुख्यत: चाय, कहवा, यरबा मेट ( Yarba imate) चाय की मांति एक पत्ती, गेहूँ, मक्का और अल्फरफा ( Alfalfa) पास यहां की मुख्य पैदावार है । कहवा, यरवा मेट, मुख्यतः ब्राजील में उत्पन्न होता है । गेहूँ अधिकतर अरजैनटाइन में उत्पन्न होता है। अल्फल्फा घास केवल अरजैनटाइन में ही उत्पन्न होती है. इस कारण यहाँ पशु पालन का धंधा बहुत होता है । मक्का सभी भाग में होती है किन्तु अरजैनटाइन में सबसे अधिक मक्का उत्पन्न की जाती है। क्रमशः ब्राजील में कपास तथा गन्ने की खेती बढ़ती जा रही है। दक्षिण अमेरिका में ब्राज़ील तथा अरजैनटाइन महत्त्वपूर्ण खेतिहर देश हैं। ब्राजील से कहवा बाहर भेजा जाता है और अरजैनटाइन से गेहूँ और मांस बाहर भेजा जाता है। संसार में अरजैनटाइन गेहूँ और मांस उत्पन्न करने वालों में प्रमुख है।