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पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/४४

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पृथ्वी के धरांतल की बनावट और मिट्टी

· पृथ्वी के धरातल की बनावट और मिट्टी उपजाऊ होती है। इन चट्टानों में ट्रैसिक ( Triassic ) उपयुग की चट्टानों में नमक, कोयला, सोना, और लोहा भी पाया जाता है। . आधुनिक ( Tertiary ) युग की · चट्टानें भी धातुओं की दृष्टि से . . . . महत्त्वपूर्ण नहीं हैं। हाँ इस युग की चट्टानों में कहीं वर्तमान कहीं कोयला और तेल अवश्य मिलता है। किन्तु इस युग की चट्टानों का. मिट्टी पर बहुत अधिक प्रभाव पड़ा है.। इनसे भी अधिक महत्त्वपूर्ण क्वाटरनैरी समय की चट्टानें हैं जिनका प्रभाव मिट्टी पर सबसे अधिक पाया जाता है। ऊपर लिखे हुए संक्षिप्त विवरण से यह ज्ञात हो गया होगा कि चट्टानों तथा पृथ्वी के धरातल की बनावट का धातुओं तथा मिट्टी से घनिष्ठ सम्बन्ध है। अब हम मिट्टी के विषय में लिखेंगे। मनुष्य के लिए मिट्टी बहुत महत्त्वपूर्ण वस्तु है, क्योंकि सारी पैदावार मिट्टी पर ही निर्भर होती है। यदि किसी देश की मिट्टी मिट्टी Soil उर्वरा होती है तो वहाँ खेती की उन्नति हो सकती है - अन्यथा नहीं। संक्षेप में हम कह सकते हैं कि मनुष्य के सारे आर्थिक प्रयत्न प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से मिट्टी पर निर्भर हैं। पृथ्वी की ऊपरी सतह पर जो चट्टानों का टूटा हुआ चूरा विछा हुआ है उसी को मिट्टी कहते हैं। किसी भी प्रदेश की मिट्टी पर तीन बातों का प्रभाव होता है.-(१) जिस चट्टान के टूटने से वह मिट्टी बनी है (२) जलवायु (३) उस चट्टान पर उत्पन्न होने वाली वनस्पति । इन्हीं तीन बातों के आधार पर मिट्टी दो प्रकार की मानी गई हैं । एक तो वह मिट्टी जिनके बनने में बाहरी शक्ति अर्थात् जलवायु तथा वनस्पति का प्रभाव मुख्य है । दूसरी वह मिट्टी जिन पर उनकी चट्टानों का मुख्य प्रभाव है। उदाहरण के लिए पहले प्रकार की मिट्टी प्रेरी ( Prairie ) मैदानों की मिट्टी है, और दूसरी. प्रकार की मिट्टी मध्य प्रान्त भारत की काली मिट्टी है। . पहले प्रकार की, मिट्टी अधिकतर भागों में पाई जाती है, उस पर जल- वायु का अधिक प्रभाव है इस कारण, वह जलवायु के श्राधार पर तीन प्राकर की मानी जाती है-(१) वनों की मिट्टी ( Forest.Soil) (२) घास के मैदानों की. मिट्टी (Grussland Soil ) (३) मरुभूमि की मिट्टी (. Desert Soil)। वनों की मिट्टी उन प्रदेशों में पाई जाती है जहां पानी की बहुतायत से जंगल खड़े हो जाते हैं। इस प्रकार की मिट्टी घास के .धनों की मिट्टी मैदानों की मिट्टी से कम उपजाऊ होती है क्योंकि