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पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/४६९

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आर्थिक भूगोल

प्राधिक भूगोल नाम तालाब १५% . यू०पी० . नहर कुत्री 'अन्य मदरास ४१% ३६% ५% बम्बई ७६% १४% ७% २३% ५१% २६% पंजाब ७४% २५% १% बिहार-उड़ीसा ३५% १२% ३२% २२% पंजाब में अभी दो नहरें और तैयार हो रही हैं जो शीघ्र ही सिंचाई करने लगेंगी। पहली थोल-प्रोजेक्ट जो सिन्ध सागर दोआब की मरुभूमि को सींचेगी, दूसरी हवेली प्रोजेस्ट जो झंग और मुजफ्फरगढ़ जिलों को सींचेगी। कुछ नई योजनायें भी सरकार ने हाथ में ली हैं जिनके सम्बन्ध में जलविद्युत् के परिच्छेद में हम लिख चुके हैं। उनमें दामोदर घाटी योजना मुख्य है। अभ्यास के प्रश्न --भारत में खेती के धन्धे के लिए सिंचाई की इतनी अधिक आवश्यकता क्यों है? २--किस प्रदेश में कौनसा सिंचाई का साधन उपयुक्त होगा यह कहाँ तक भौगोलिक परिस्थितियों पर निर्भर है भारत को ध्यान में रखकर इसका विवेचन कीजिए। ३-पंजाब के नहरों का संक्षिप्त वर्णन कीजिए और उनका पंजाब पर . कैसा प्रभाव पड़ा यह बतलाइए। -बिजली से चलने वाले ट्यूबवैल और नहरों की तुलना कीजिए और उनके गुण दोषों को बतलाइए । ५-कौन सी भौगोलिक और आर्थिक परिस्थितियों में कुत्रों द्वारा सिंचाई अधिक सुविधाजनक होती है ? ६-दक्षिण में कुयें क्यों कम हैं ? .७-मैटूर बांध, पैरियर प्रोजैक्ट तथा शक्कर बांध पर नोट लिखो। ८-दक्षिण में तालाब महत्वपूर्ण सिंचाई के साधन क्यों बन गये हैं।