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पृष्ठ:आर्थिक भूगोल.djvu/६९

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आर्थिक भूगोल

आर्थिक भूगोल । यह जलवायु अधिकतर भूमध्य सागर के चारों ओर पाई जाती है। जाड़ों . में यहाँ का तापक्रम ०° फै० तथा गर्मियों ५८° फै० भूमध्य सागर तक रहता है। यहाँ गर्मियों में गर्मी बहुत नहीं पड़ती है और की जलवाय जाड़ों में जाड़ा कम पड़ता है। थोड़ा-थोड़ा पाला भी (Mediterran. यहाँ जाड़ों की रातों में पड़ता है किन्तु वह ऐसा भयंकर ean Climate) नहीं होता कि फसल को नष्ट कर दे। इस प्रदेश में वर्षा अधिक नहीं होती, ३० इंच से अधिक वर्षा कहीं भी नहीं होती जो कुछ वर्षा होती है वह केवल जाड़ों में ही होती है । कभी कभी कई दिनों तक वर्षा होती रहती है। इन प्रदेशों में बिजली की कड़क तथा घोर गर्जन प्राय: नहीं होती । भूमध्य सागर के प्रदेशों में श्राकाश स्वच्छ रहता है। भूमध्य सागर की जलवायु का चित्र . ..अमरीको केलीफानिया a भूमध्यसा 'प्रदेश - . . प्री का UMS ६ कि समरीका मध्यचिती ..... .. ....... . .... P4 VAYUR bhasa प mammeed इस जलवायु के प्रदेशों में बसंत तथा गमी में धूल के तफान खूब चलते है। इन प्रदेशों के आस-पास जो रेगिस्तान हैं उनसे गर्म हवायें चलती हैं। जब ये हवायें चलती हैं तो भूमध्य सागर के प्रदेशों का तापक्रम ऊँचा चढ़ जाता है। योरोप के भूमध्य सागर के प्रदेश में उत्तर से शुष्क तथा ठंडी हवायें भी चलती हैं इनके चलने से यहां कुछ ठंड हो जाती है। यह जलवायु भूमध्य सागर ( Mediterraneun Sea ) के चारों और अर्थात् (स्पेन, पोर्तुगाल, दक्षिण फ्रांस, इटली, यूगोलाविया, बालकन प्रदेश, सीरिया, तथा उत्तरी अफ्रीका ) उत्तरी अमेरिका तथा दक्षिणी अमेरिका के पश्चिमीय समुद्र-तट-अर्थात् कैलीफोर्निया (उत्तरी अमेरिका में ) तथा