पृष्ठ:आलमगीर.djvu/२९४

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६६. समुभा की सड़ाई मुमान सिह से सुबा मो शुभा ने फिर से अपना सैम्प संगठन यिा भौर पर उठने सुना और मुशवान और सिंग श्री प्रोमे दायरे पीछेमा हो बास रे भायरेकी मोर फिरोयऔरत मे पर ग्ते ही उसे अस्पन्न प्रेम और सम्मानपूर्ण शिक्षा पा कि बिहार और मंगास प्रममा प्रान्त पापत्र है। परनु गुमा मे सी परमा म को और मोरंगवगैरागिरी सेवाम ठठाना पारा । उनकी माताभदा फिर बामत हो उठी। औरंगाप्रेम्मोही इस बात पना मित्रो, पावागावर मुखतान मे लौयात नमप मालामाद मे भागे और वोन पहावद मावा पा और ममा नाम एबटे से गांव के पास तामानिारे रेयात पुम पा। औरंगजेब मे पोपही प्रा ऐप और एमा पहाव से प्राठ मोसो अन्तर पर पभिम में हमें अपने पुत्र से मा मिसा, पारी शुभ प्रारोप लिए मेष पुष था। इसी दिन मीरगमहा मी दरिए मे पास उसे प्रा मिला। दोनों बरस बीग माग विधान मेशन पा । औरंगोपनाोपेन होसावा। रोबारी पोरगर मे पानी सेना मदी पार की, और मूर परमप्रागे बदाई और शारे पराम से एक मील तर पर ग्य। उसी राव मीरमवा मे रोगो सेनामोरेवामेपासी एसी-सी पहाड़ी पर प्रस्ना दोपताना बमा लिया। उसनेपाली व इस मुक्ति से समाई किस पाहे मायटी याबदती र सेना पर गोटे परतापवमर प्रौरमदेव सेना में गरिवी दी।