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पृष्ठ:इतिहास तिमिरनाशक भाग 2.djvu/९७

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दुसरा खण्ड

इसलिये अब हम इश्तिहार देते हैं और प्रगट करते है कि ऊपर लिखी हुई सलाह और मंजूरी के बमुजिब उक्त अधिकार अपने हाथ में ले लिया और इस इश्तिहार की रूसे भगमो सन प्रजा को जो उस मुल्क में है ताकीद फ़र्माते हैं कि हमारे और हमारे बारिस और जानशीनों के साथ वफ़ा दारी ओर सच्ची ताबदारी करे और जिस किसी को हम अपने भाम और अपनी तरफ से अपने उस मुल्क के बंदोबस्त के लिये वक्त ब वक्त आगे मुकर्रर करना मुनासिब समझे उसका हुन मानती रहे।

ओर ज्योंकि फर्जन्द अर्ज मन्द और मोतबर सलाहकार चार्लस जान कोंट केनिंग साहिब बहादुर को वफ़ादारी जियाकत और समझ पर हमको खास करके पूरा भरोसा और दिलचमई हासिल है इसलिये उक्त वेकौंट केनिंग साहिब बहादुर को हमारे उस मुल्कका बंदोबस्त हमारे नाम से और ममन सब काम हमारी ओर और हमारे नाम से करने के लिये हमारे उनसब हुकम और कानूनों के वजिब जो हमारे किसी बड़े वज़ीर को मारिफ़त उसके पास वक्त ब वक्त पहुंचे हमने उस मुल्क का अपना पहला वैसराय अर्थात् काइम मुकाम और गवर्नर जेनरल मुकर्रर फ़ाया।

ओर जो सब लोग कि अब किसी उहदे पर क्या मुल्की और क्या फ़ोजी सकार अनरेबल ईस्ट इन्डिया कम्पनी की नोकरी में दाखिल हैं इस इश्तिहार की ससे हम उन सब को अपने ठहदों पर बहाल और काइम रखते हैं लेकिन वह सब लोग हमारी प्रायन्दा मर्जी और उन सब आईन और कानूनों के ताबे रहेंगे जो इसके बाद जारी किये जावें।

और हिंदुस्तान के रईस और सदारों को हम इसिला देते है कि जो कोल करार और अहदनामे अनरेबल ईस्ट इनडिया कम्पनी ने उनके साथ किये, या उसकी इजाज़त से किये गयेहें हम इन सबको कबूल और मंजर फातेहैं और बहुत छहतियात से बहाल और बकरार रक्खेंगे और उमेद है कि उन